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लाल किले से PM Modi ने भारतीय एथलीट्स का बढ़ाया हौसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस ओलंपिक 2024 में पदक जीतने वाले भारतीय एथलीट्स को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारे साथ तिरंगे के नीचे वे नौजवान बैठे हैं जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने देश के सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से बधाई देता हूं। इसके साथ ही PM Modi ने भारतीय एथलीट्स का हौसला भी बढ़ाया और उन्हें नए लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ने की सलाह दी।

PM Modi ने भारतीय एथलीट्स का बढ़ाया हौसला

PM Modi ने लाल किले की प्राचीर से भारतीय एथलीट्स को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ओलंपिक दल को देशवासियों की ओर से शुभकामनाएं दीं और कहा कि मैं अपने देश के सभी एथलीट्स, खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से बधाई देता हूं। हम नए सपनों, नए संकल्पों के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के इरादे से आगे बढ़ेंगे। मैं इसके लिए सभी को शुभकामनाएं देता हूं।

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उन्होंने आगे कहा कि आने वाले कुछ दिनों में भारत के एथलीट्स पैरालंपिक के लिए रवाना होंगे। मैं उन्हें भी शुभकामनाएं देता हूं। साथियों, भारत ने G20 का आयोजन किया है। हिंदुस्तान के हर एक शहर में आयोजन किया गया। पूरे विश्व में G20 का इतना बड़ा कार्यक्रम पहले कभी नहीं हुआ, लेकिन इस बार हुआ। इससे यह साबित हो गया कि भारत के पास बड़े से बड़े कार्यक्रम को आयोजित करने की क्षमता है। भारत का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक होगा, वह भारत की धरती पर हो, और इसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं।

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PM Modi Russia Visit: PM Modi और पुतिन की मुलाकात से टेंशन में क्यों आया अमेरिका

PM Modi Russia Visit: इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के दो दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। पीएम मोदी का रूस जाना और पुतिन से मिलना अब अमेरिका की चिंता बढ़ा रहा है। पीएम मोदी की पुतिन के साथ हुई अनौपचारिक बैठक के कुछ ही देर बाद, सोमवार को अमेरिका ने एक बयान जारी किया।

PM Modi की पुतिन से मुलाकात, लेकिन US को क्यों हो रही चिंता?

दरअसल, अमेरिका ने सोमवार को यूक्रेन पर मॉस्को के आक्रमण के बीच भारत के साथ रूस के संबंधों को लेकर चिंता जताई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी के पब्लिक रिमार्क को देखूंगा कि उन्होंने क्या कहा, लेकिन जैसा कि मैंने कहा, हमने रूस के साथ उनके संबंधों के बारे में अपनी चिंताओं को भारत के समक्ष स्पष्ट कर दिया है।’

अमेरिका को भारत से क्या उम्मीद?

मिलर ने आगे कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि भारत या कोई भी अन्य देश जब रूस के साथ बातचीत करेगा, तो वह “यह स्पष्ट करेगा कि मॉस्को को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए।”

अमेरिका क्यों बना रहा भारत पर दबाव?

फरवरी 2022 में यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से ही भारत पर रूस से दूरी बनाने के लिए अमेरिका का दबाव है। भारत ने रूस के साथ अपने दीर्घकालिक संबंधों और अपनी आर्थिक जरूरतों का हवाला देते हुए इस दबाव का विरोध किया है, हालांकि, उसने चल रहे युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान के लिए आवाज उठाई है।

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PM Modi Russia Visit: रूस में PM Modi

मोदी पुतिन के निमंत्रण पर 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए सोमवार शाम रूस पहुंचे। फरवरी 2022 में मॉस्को द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से मोदी की यह पहली रूस यात्रा है। उनकी पिछली यात्रा 2019 में हुई थी, जब उन्होंने सुदूर पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में भाग लिया था।

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राजनीति

PM Modi Varanasi Visit: तीसरी बार पीएम बनने के बाद पहली बार काशी आ रहे मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Varanasi Visit) वाराणसी संसदीय सीट से तीसरी बार सांसद बनने और प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मंगलवार को पहली बार काशी आ रहे हैं। उनके स्वागत में पूरा नगर भगवा झंडों से सज गया है। जगह-जगह ढोल नगाड़े, डमरू दल और शंखनाद के साथ भव्य स्वागत की तैयारी की गई है।

PM Modi Varanasi Visit: काशी आ रहे मोदी

PM Modi दो दिवसीय दौरे पर 18 जून को दोपहर साढ़े तीन बजे काशी पहुंचेंगे। बाबतपुर एयरपोर्ट पर विमान से उतरने के बाद वे हेलीकॉप्टर से मेहंदीगंज हेलीपैड जाएंगे। वहीं कुछ दूरी पर बने मंच से किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत 9.26 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों के खातों में 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि 17वीं किस्त के रूप में जारी करेंगे। इसमें वाराणसी के दो लाख 74 हजार 615 किसान भी लाभान्वित होंगे।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री कृषि सखी के रूप में मान्यता प्राप्त 30,000 से अधिक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सहायता समूहों को भी प्रमाण पत्र जारी करेंगे। इसमें वाराणसी की 212 कृषि सखी शामिल रहेंगी। पीएम मंच से प्रतीकात्मक रूप में पांच कृषि सखियों को प्रमाण पत्र देंगे, जिसमें वाराणसी की एक, मीरजापुर की एक और तीन अन्य प्रदेशों की कृषि सखी शामिल हैं।

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किसान सम्मेलन के बाद PM Modi हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन आएंगे और फिर सड़क मार्ग से दशाश्वमेध घाट जाएंगे, जहां वे गंगा आरती में शामिल होंगे। रात आठ बजे पीएम श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में जाएंगे और विधिवत पूजन-अर्चन करेंगे। इसके बाद सड़क मार्ग से बरेका गेस्ट हाउस पहुंचेंगे और रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन सुबह आठ बजे बरेका हेलीपैड से बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे और 9.45 बजे नालंदा (बिहार) के लिए प्रस्थान करेंगे। प्रधानमंत्री 19 जून को राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय परिसर का उद्घाटन करेंगे और सभा को संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री के स्वागत की भव्य तैयारी

दूसरी तरफ, भाजपा काशी में PM Modi के स्वागत की भव्य तैयारी में जुटी है। तैयारियों को लेकर एमएलसी अश्वनी त्यागी, जिलाध्यक्ष एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पूर्व विधायक जगदीश पटेल समेत अन्य नेताओं ने बैठक कर कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया। किसान सम्मेलन में अन्नदाता बसों, ट्रैक्टरों और चार पहिया वाहनों से सम्मेलन में भाग लेने पहुंचेंगे। निकटवर्ती क्षेत्रों के किसान ढोल-नगाड़े के साथ पैदल मार्च करते हुए सम्मेलन में पहुंचेंगे।

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धर्म

PM Modi Meditation: 45 घंटे का मौनव्रत और अन्न का एक दाना भी नहीं

PM Modi Meditation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार शाम से देश के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित कन्याकुमारी के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे की ध्यान साधना शुरू की। कन्याकुमारी पहुंचने के बाद उन्होंने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा-अर्चना की। उसके बाद वह नौका पर सवार होकर तट से करीब 500 मीटर दूर समुद्र में स्थित चट्टान पर विवेकानंद रॉक मेमोरियल (Vivekananda Rock Memorial) पहुंचे और ध्यान शुरू किया, जो एक जून तक चलेगा। रॉक मेमोरियल पहुंचने के बाद उन्होंने ‘ध्यान मंडपम’ में अपना ध्यान प्रारंभ किया।

PM Modi Meditation: 45 घंटों का मौनव्रत

आइए जानें कि 45 घंटे के ध्यान के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की दिनचर्या कैसी होगी।

जानकारी के अनुसार, 45 घंटे के दौरान PM Modi केवल तरल आहार लेंगे। वे नारियल पानी और अंगूर के जूस का सेवन करेंगे। इस दौरान PM Modi मौनव्रत का पालन करेंगे और ध्यान कक्ष से बाहर नहीं आएंगे।

स्वामी विवेकानंद ने देखा था विकसित भारत का सपना

बता दें कि यह स्मारक स्वामी विवेकानंद की याद में ही बनाया गया है, जिन्होंने देशभर का दौरा करने के बाद 1892 के अंत में समुद्र के अंदर इन चट्टानों पर तीन दिनों तक ध्यान लगाया था और विकसित भारत का सपना देखा था। इस स्थान का नाम स्वामी विवेकानंद की याद में ही विवेकानंद रॉक मेमोरियल रखा गया है। यह भारत का सुदूर दक्षिणी हिस्सा है, जहां पूर्वी और पश्चिमी घाट आपस में मिलते हैं।

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मां पार्वती ने की थी साधना

यह मेमोरियल हिंद महासागर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी का भी मिलन स्थल है। ध्यान देने वाली बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी चुनाव प्रचार के दौरान 2047 तक विकसित भारत का निर्माण प्रमुख मुद्दा बनाया है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, देवी पार्वती ने इसी स्थान पर एक पैर पर खड़े होकर भगवान शिव का इंतजार किया था। दरअसल, विवेकानंद रॉक मेमोरियल का स्थान स्वामी विवेकानंद के जीवन में सबसे अहम माना जाता है। जिस तरह गौतम बुद्ध ने सारनाथ में अपना पहला उपदेश दिया था, उसी तरह पूरे देश का भ्रमण करने के बाद स्वामी विवेकानंद के ध्यान में भारत माता का विकसित स्वरूप सामने आया था।

पुलिस की जबरदस्त तैनाती

बताते चलें कि विवेकानंद रॉक मेमोरियल के आस-पास 2,000 पुलिसकर्मियों के साथ-साथ विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की मौजूदगी है। यही नहीं, भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना भी समुद्री सीमाओं पर निगरानी बनाए हुए हैं।

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लोकसभा चुनाव 2024

Lok Sabha Elections 2024: रायबरेली से कौन सी खबर आई जिसने बीजेपी की नींद उड़ा दी!

Lok Sabha Elections 2024: यूपी में अगर कांग्रेस किसी सीट पर सबसे मजबूत मानी जा रही है तो वह रायबरेली है. यहां कांग्रेस समर्थकों में जबरदस्त उत्साह है और उनका मानना ​​है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi ) रायबरेली ( Rae Bareli } से 5 लाख से ज्यादा वोटों से जीतने वाले हैं. लोगों का कहना है कि 2019 में कांग्रेस यूपी की सभी सीटें हार गई. लेकिन फिर भी रायबरेली में जीत गए. ऐसे में यह तय है कि इस सीट से राहुल गांधी की जीत होगी.

रायबरेली लोकसभा क्षेत्र के लोगों में कांग्रेस पार्टी के प्रति जबरदस्त उत्साह और दीवानगी है। लोगों का मानना ​​है कि इस बार सोनिया की तबीयत खराब है इसलिए उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा. लेकिन राहुल गांधी यहां से भारी वोटों से जीतेंगे. रायबरेली में कांग्रेस की लहर देखने को मिल रही है. इस सीट पर कांग्रेस शासित राज्यों के बड़े-बड़े नेता और मुख्यमंत्री राहुल के लिए प्रचार कर चुके हैं और लोगों का तो यहां तक ​​कहना है कि अगर गांधी परिवार से कोई रायबरेली से चुनाव लड़ता है तो वे उसे वोट देंगे.

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एक कांग्रेस समर्थक ने कहा कि रायबरेली सीट गांधी परिवार को समर्पित है. इंदिरा गांधी के समय से यहां काम चल रहा है. संजय गांधी और राजीव गांधी भी यहां आते थे और गांव-गांव जाकर हमारे साथ खाना खाते थे. हमारा उनसे परिवार जैसा रिश्ता है.’ लोगों ने कांग्रेस सांसदों के काम की सराहना करते हुए कहा कि अस्पताल से लेकर सड़क तक सबकुछ हमें दिया गया है. हर काम जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाता है। हालाँकि, लोगों ने माना कि बेरोज़गारी एक समस्या है। लेकिन कांग्रेस समर्थकों का मानना ​​है कि इस समस्या का समाधान सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है.

एक समर्थक ने कहा कि इस सीट से एक बार इंदिरा गांधी 6 लाख वोटों से जीती थीं और इस बार राहुल गांधी यहां से 6 लाख से ज्यादा वोटों से जीतेंगे. आपको बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पिछली बार की तरह इस बार भी दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. पहली सीट वायनाड है जहां मतदान हुआ है. वहीं, वायनाड में वोटिंग के बाद उन्होंने अमेठी की बजाय रायबरेली से अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है. इस सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा.

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राजनीति

Lok Sabha Election 2024: चेन्नई में थलाइवा रजनीकांत ने डाला वोट

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव आरंभ हो चुका है। सभी राजनीतिक दल अपनी किस्मत आजमाने के लिए सियासी मैदान में उतर चुके हैं। 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। शुक्रवार को पहले चरण के लिए वोटिंग की जा रही है। इस दौरान आम जनता के साथ-साथ फिल्मी सितारे भी पोलिंग बूथ के बाहर नजर आ रहे हैं।

लोकसभा के पहले चरण, अर्थात शुक्रवार को, देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 102 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इनमें तमिल नाडु का नाम भी शामिल है, जहां से तीन सुपरस्टार का वीडियो सामने आया है।

Lok Sabha Election 2024: चेन्नई में थलाइवा रजनीकांत ने डाला वोट

तमिल एक्टर अजीत कुमार सुबह जल्दी वोट डालने पहुंचे। उनका वीडियो थिरुवान्मियूर के पोलिंग बूथ से सामने आया है। कड़ी सुरक्षा के बीच, अजीत कुमार फर्स्ट फेज में अपना वोट डालने पहुंचे।

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अजीत कुमार के बाद थलाइवा रजनीकांत का वीडियो भी सामने आया। अभिनेता ने चेन्नई में वोट किया। वोटिंग स्टेशन से बाहर आने के बाद, उन्होंने मीडिया के सामने पोज भी किया और अपने हाथ पर लगी स्याही का निशान दिखाया। मीडिया से बातचीत के दौरान, उन्होंने लोगों से वोट डालने की अपील की।

तमिल एक्टर सिवाकार्तिकेयन भी वोट डालने के लिए पोलिंग स्टेशन पर पहुंचे। रजनीकांत की तरह, उन्होंने भी मीडिया के सामने फैंस से वोट डालने की अपील की।

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PM Ujjwala Yojana के लाभार्थियों के ल‍िए खुशखबरी! दीपावली-होली पर मिलता रहेगा मुफ्त सिलेंडर

PM Ujjwala Yojana: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आगामी वित्तीय वर्ष में भी PM Ujjwala Yojana के अंतर्गत लाभार्थियों को सब्सिडी प्रदान करने का निर्णय लिया है। इससे प्रदेश के उज्ज्वला लाभार्थियों को आगामी वर्ष में भी होली और दीपावली पर मुफ्त सिलेंडर मिलने का मार्ग स्पष्ट हो गया है।

केंद्रीय कैबिनेट ने 2024-25 वित्त वर्ष के लिए PM Ujjwala Yojana के उपभोक्ताओं को 300 रुपये की सब्सिडी जारी रखने की मंजूरी दी है। योजना के अंतर्गत 31 मार्च 2025 तक उज्ज्वला लाभार्थियों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी।

PM Ujjwala Yojana के लाभार्थियों के ल‍िए खुशखबरी!

चालू वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही 300 रुपये की छूट के अलावा, होली और दीपावली में मुफ्त एलपीजी सिलेंडर (रीफिल) उपलब्ध कराने के लिए शेष छूट प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही है।

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प्रदेश सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष के बजट में भी मुफ्त एलपीजी सिलेंडर के वितरण के लिए 2,200 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। जाहिर है कि अगले साल भी प्रदेश के उज्जवला लाभार्थियों को त्योहारों पर दो मुफ्त सिलेंडर मिल सकेंगे। प्रदेश के 1.75 करोड़ उज्ज्वला लाभार्थियों में से इस वर्ष अब तक 93 लाख लोगों ने मुफ्त सिलेंडर योजना का लाभ उठाया है।

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Budget 2024: बजट सत्र में भी छाए राम, पीएम मोदी ने भी की राम-राम से शुरुआत

Budget 2024: भगवान राम भाजपा सरकार के नेतृत्व में राजनीतिक मंच पर उभर रहे हैं। 31 जनवरी को Budget सत्र की शुरुआत में, जब प्रधानमंत्री ने मीडिया से बातचीत की, उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ‘राम-राम’ से की। यह संकेत दिखाई देता है कि सरकार बजट सत्र में राम के मुद्दे पर अच्छी तरह से प्रतिस्पर्धा करेगी। राम-केंद्रित पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही, यह सरकार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना भी प्रस्तुत कर सकती है। इससे प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी रणनीति में भी सहारा मिल सकता है।

Budget 2024: बजट सत्र में भी छाए राम

संसद सत्र की शुरुआत में, जब सभी सांसद सदन में आए, तो पूरे सदन में ‘जय श्री राम’ के नारों से गूंज उठी। सांसदों ने एक दूसरे का स्वागत करते हुए राम-राम कहकर आदान-प्रदान किया। इस दौरान, भाजपा देश के विभिन्न क्षेत्रों से राम भक्तों को अयोध्या ले जाने का कार्य कर रही है, जिससे लोगों की भाजपा के प्रति भावनाएं मजबूत हो सकती हैं और इससे चुनावी लाभ हो सकता है।

राष्ट्रपति ने बताया कि सदियों से चली आ रही एक सपना अब पूरा हो गया

राष्ट्रपति ने बताया कि सदियों से चली आ रही एक सपना अब पूरा हो गया है। उनके बाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में भी राम को महत्वपूर्ण स्थान दिया। उन्होंने बताया कि राम मंदिर का निर्माण सदियों से एक सपना था, लेकिन उनकी सरकार (नरेंद्र मोदी सरकार) के कार्यकाल में इस सपने को पूरा किया जा सका है। राष्ट्रपति के संबोधन से स्पष्ट हो रहा है कि अंतरिम Budget के साथ-साथ मुख्य बजट में भी राम के मुद्दे को महत्त्वपूर्ण रूप से देखा जाएगा।

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आत्म-सम्मान के साथ रोजगार-अर्थव्यवस्था बेहतर

आत्म-सम्मान के साथ रोजगार-अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए, एक नीति अपनाई जा रही है जिसमें कम से कम निवेश करके सबसे अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले में, पर्यटन को सबसे उपयुक्त क्षेत्र माना जा रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार के साथ-साथ यूपी सरकार भी युवाओं को रोजगार प्रदान करने की चुनौती से मुकाबला कर रही है। इस परिस्थिति में, सरकार राम से जुड़े पर्यटन केंद्रों को विकसित करके रोजगार को बढ़ावा देने की नीति को लागू कर सकती है।

एक सप्ताह के भीतर, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी Budget पेश करने का ऐलान किया है। यह माना जा रहा है कि यूपी सरकार के बजट में एक नई योजना हो सकती है, जिसमें राम केंद्रित पर्यटन केंद्रों को विकसित करने का प्रस्ताव हो सकता है, जिससे लोगों को प्रभावित करने का प्रयास किया जा सकता है। इससे पहले ही राम वन गमन पथ को विकसित करने की योजना पर काम जारी है। सरकार इस प्रकार की नई योजनाओं को प्रस्तुत करके मूलभूत ढांचे को विकसित करने की कोशिश कर सकती है और इन्हें आगे बढ़ाने का प्रयास कर सकती है।

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‘जो राम को लेकर आएं हैं’ Rajan Chawla और Samrat Awasthi का नया राम भजन

नई दिल्ली | 13 जनवरी 2024 – आज जहाँ पूरा देश 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन के उपलक्ष्य में ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहा है, वहीँ इन्हीं प्रतीक्षा के पलों में  लेखक/संगीतकार राजन चावला और गायक सम्राट अवस्थी ( Rajan Chawla and Samrat Awasthi )  “जो राम को लेकर आएं हैँ” नामक एक भावपूर्ण गीत प्रस्तुत करने के लिए एकजुट हुए हैं।

यह मधुर पेशकश अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक के आसपास के उत्साह के साथ गूंजने के लिए तैयार है, जिसमें भक्ति और एकता का सार शामिल है। अपनी असाधारण संगीत प्रतिभा के साथ, चावला और अवस्थी का लक्ष्य अपनी रचना के माध्यम से इस महत्वपूर्ण अवसर के लिए श्रद्धा और उत्सव की भावना पैदा करना है।
यह मधुर पेशकश अयोध्या में राम मंदिर ( Ayodhya Ram Mandir ) के अभिषेक के आसपास के उत्साह के साथ गूंजने के लिए तैयार है, जिसमें भक्ति और एकता का सार शामिल है। अपनी असाधारण संगीत प्रतिभा के साथ, चावला और अवस्थी का लक्ष्य अपनी रचना के माध्यम से इस महत्वपूर्ण अवसर के लिए श्रद्धा और उत्सव की भावना पैदा करना है।

राजन चावला द्वारा लिखित, संगीतबद्ध और निर्मित इस राम भजन में एसबीबी मीडिया नेटवर्क (SBB MEDIA NETWORK) के सतीश चंद्र दुबे ( Satish Chandra Dubey ) का भी सह-निर्माता के रुप में (co-producer) योगदान है। दुबे इस गीत में अपने योगदान को कारसेवा बताते हैँ।

गीत के बोल साहसपूर्वक घोषणा करते हैं कि जिस तरह जो भगवान राम को अयोध्या ले आएं हैँ , उसी तरह वही शक्ति भगवान कृष्ण को मथुरा और भगवान शिव को कांशी ले आएगी। यह मार्मिक दावा धार्मिक मतभेदों की सीमाओं से परे एकता और समावेशिता की दृष्टि का प्रतीक है।

इस सवाल के जवाब में कि क्या “जो राम को लेकर आएं हैं” का मतलब ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम को लाए हैं’, राजन चावला की रहस्यमयी मुस्कान ने जिज्ञासा और अटकलों का बवंडर पैदा कर दिया है। यह वाक्यांश, जिसका अनुवाद “वे जो राम को लाए” है, एक सूक्ष्म महत्व रखता है, और चावला की सूक्ष्म प्रतिक्रिया ने कई लोगों को इसके अंतर्निहित अर्थों पर विचार करने पर मजबूर कर दिया है।

16 जनवरी, 2024 को सभी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर ‘जो राम को लेकर आएं हैं’ ऑडियो लॉन्च के लिए अपने कैलेंडर को चिह्नित करना सुनिश्चित करें। द म्यूजिक रिवाइवर्स चैनल(You Tube Channel The Music Revivers) पर इस गीत के वीडियो रिलीज का भी इंतज़ार लोग बेसब्री से कर रहें हैँ।

 

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जो बिडेन ने मोदी के साथ मानवाधिकार, मीडिया की स्वतंत्रता पर की चर्चा

G20 शिखर सम्मेलन हाल ही में राजधानी दिल्ली में समाप्त हुआ। इस सम्मेलन में यूक्रेन जैसे जटिल मुद्दे पर सभी सदस्यों के बीच आम सहमति पर चर्चा हो रही है. इस मुद्दे में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की एक-दूसरे के साथ चर्चा की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। हालाँकि, G20 शिखर सम्मेलन के बाद वियतनाम दौरे पर मीडिया से बात करते हुए जो बिडेन ने भारत में मीडिया की स्वतंत्रता (Free Press) और मानवाधिकारों (Human Rights) को लेकर चिंता व्यक्त की है।

जो बिडेन (Joe Biden) ने कहा कि G20 शिखर सम्मेलन के मौके पर उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के साथ कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई, जिसमें भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा भी शामिल है. हालाँकि, साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने मानवाधिकारों के सम्मान के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में मीडिया की स्वतंत्रता का महत्व

“मेरे द्वारा हमेशा ऐसा ही किया जाता है। इस यात्रा के दौरान मेरी मोदी से विस्तृत चर्चा हुई। मैंने उनसे बात करते हुए मानवाधिकारों (Human Rights) के सम्मान के महत्व पर जोर दिया। साथ ही, मैंने उनसे एक मजबूत देश के निर्माण में नागरिक समाज और स्वतंत्र मीडिया (Free Press) की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी बात की”, जो बिडेन ने हनोई, वियतनाम में अपनी बातचीत में कह, “हमें कई महत्वपूर्ण काम करने हैं।”

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद!

साथ ही उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में उनकी पहली भारत यात्रा के दौरान इतने स्वागत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद। उन्होंने G20 शिखर सम्मेलन आयोजित करने और सभी देशों के नेताओं को अच्छा अनुभव करने के लिए मोदी को धन्यवाद दिया किया। बिडेन ने कहा कि मोदी ने पिछले साल जून में अमेरिका का दौरा किया था, और उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को और बेहतर बनाने के बारे में बहुत बात की थी।

पत्रकारों ने सवाल पूछने से किया इनकार!

एक तरफ जहां मीडिया की आजादी के मुद्दे पर चर्चा हो रही थी, वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार को दिल्ली में मोदी और बाइडेन के बीच हुई चर्चा के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बार-बार मांग के बावजूद पत्रकारों को सवाल पूछने का मौका नहीं दिया गया. “यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हो रही है। इंडियन एक्सप्रेस ने सीएनएन के हवाले से कहा, “प्रधानमंत्री कार्यालय में यह कोई सामान्य द्विपक्षीय बैठक नहीं है।”

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लोकतंत्र और स्वतंत्रता के मूल्यों पर किया जिक्र

इस बीच मुलाकात के बाद दोनों नेताओं की ओर से जारी संयुक्त बयान में मानवाधिकार, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के मूल्यों का जिक्र किया गया है. “स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकार, समावेशिता, विविधता, सभी के लिए समान अवसर हमारे देशों की सफलता के लिए आवश्यक हैं। ये वे मूल्य हैं जो हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करते हैं”, उन्होंने अपने बयान में कहा।

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