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मनबा फाइनेंस IPO: अलॉटमेंट हुआ या नहीं, जानने का आसान तरीका

मनबा फाइनेंस का IPO निवेशकों के बीच छा गया! 224% से अधिक सब्सक्राइब होने के बाद, अब जानिए कि आपको शेयर मिले या नहीं। अलॉटमेंट स्टेटस चेक करने का सबसे आसान तरीका यहां देखें.

मनबा फाइनेंस के आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। कल, यानी आईपीओ के अंतिम दिन, इसे 224.05 गुना अभिदान प्राप्त हुआ था। यह दर्शाता है कि निवेशक कंपनी के भविष्य पर कितना विश्वास करते हैं। आज, 26 सितंबर को, अलॉटमेंट का परिणाम आने की उम्मीद है। आप आसानी से जांच सकते हैं कि आपको शेयर मिले हैं या नहीं।

किस श्रेणी में कितना अभिदान

एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, मनबा फाइनेंस के आईपीओ को निवेशकों से अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली है। कंपनी ने 87,99,000 शेयरों की पेशकश की थी, लेकिन निवेशकों ने 1,97,14,04,875 शेयरों के लिए आवेदन किया। यह दर्शाता है कि आईपीओ 224.05 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ है। सबसे ज्यादा उत्साह गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) में देखा गया, जिन्होंने 511.62 गुना अधिक आवेदन किए। पात्र संस्थागत खरीदारों (QIB) ने 148.55 गुना और खुदरा निवेशकों (RII) ने 143.95 गुना अधिक आवेदन किए।

क्या था प्राइस बैंड

मनबा फाइनेंस का इनिशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) 23 सितंबर से 25 सितंबर तक निवेशकों के लिए खुला रहा। कंपनी ने इस आईपीओ के माध्यम से 114 रुपये से 120 रुपये प्रति शेयर के बीच की कीमत पर शेयर जारी करने का लक्ष्य रखा था। निवेशकों को इस मूल्य बैंड के भीतर अपनी बोली लगाने का मौका मिला

ऐसे जाने अलॉटमेंट स्टेटस

मनबा फाइनेंस आईपीओ के अलॉटमेंट स्टेटस जानने के लिए आप दो तरीके अपना सकते हैं: रजिस्ट्रार की वेबसाइट या BSE की वेबसाइट। दोनों ही जगहों पर आपको अपना आवेदन नंबर या PAN नंबर डालकर अलॉटमेंट स्टेटस चेक करना होगा।

बीएसई की साइट पर कैसे जांचें

मनबा फाइनेंस के आईपीओ में आपको कितने शेयर मिले हैं, यह जानने का एक और तरीका है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की वेबसाइट पर जाना।

कैसे चेक करें:

  • सबसे पहले, आपको https://www.bseindia.com/investors/appli_check.aspx इस लिंक पर जाना होगा।
  • यहां आपको ‘इक्विटी’ का विकल्प मिलेगा। उस पर क्लिक करें और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से ‘मनबा फाइनेंस’ चुनें।
  • अब आपको अपना आवेदन नंबर और पैन नंबर दर्ज करना होगा।
  • ‘खोज’ पर क्लिक करते ही आपको पता चल जाएगा कि आपको कितने शेयर मिले हैं।

कब होगी शेयरों की लिस्टिंग

30 सितंबर 2024 को मनबा फाइनेंस के शेयर बाजार में आने की तैयारी है।

क्या है इसका जीएमपी

मनबा फाइनेंस के आईपीओ ने निवेशकों को खूब लुभाया है। ग्रे मार्केट में इस शेयर की मांग इतनी अधिक है कि इसकी कीमत आईपीओ के ऊपरी मूल्य बैंड (120 रुपये) से 46.67% अधिक, यानी लगभग 56 रुपये के प्रीमियम पर चल रही है। इसका मतलब है कि अगर यह रुझान जारी रहा तो शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने पर यह शेयर 176 रुपये के आसपास खुल सकता है।

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अमेरिका में कोविड-19 के बाद बच्चों को निशाना बना रहा पोलियो जैसा वायरस

कोविड-19 के बाद अमेरिका में एक और भयानक वायरस ने दस्तक दी है। यह वायरस बच्चों को विशेष रूप से निशाना बना रहा है और इसके लक्षण पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से मिलते-जुलते हैं। वैज्ञानिक अभी भी इस वायरस के बारे में अधिक जानने की कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए कोई प्रभावी वैक्सीन भी नहीं है। इस वजह से सावधानी और बचाव ही इस वायरस से बचने का एकमात्र तरीका है।

कोविड-19 महामारी के बाद अमेरिका में एक नया सांस संबंधी वायरस तेजी से फैल रहा है। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह वायरस मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित कर रहा है और इसके कारण कई बच्चों में पोलियो जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं। वैज्ञानिक अभी भी इस वायरस के बारे में अधिक जानने की कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए कोई प्रभावी इलाज भी नहीं मिला है।

दरअसल, हाल के पानी के नमूनों में एंटरोवायरस डी68 नामक एक वायरस की मात्रा में काफी वृद्धि देखी गई है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वायरस एक्यूट फ्लेसिड मायलाइटिस (एएफएम) नामक एक गंभीर बीमारी से जुड़ा हो सकता है। एएफएम एक ऐसी स्थिति है जिसमें तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है और इससे बच्चों के हाथ और पैरों में गंभीर कमजोरी हो सकती है। छोटे बच्चे इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं

लक्षण

आमतौर पर एंटरोवायरस हल्के लक्षण जैसे नाक बहना, खांसी और सिरदर्द पैदा करते हैं। लेकिन साल 2014 में, एंटरोवायरस डी68 के एक नए स्ट्रेन ने गंभीर समस्याएं पैदा कर दीं। इस स्ट्रेन के कारण 120 से अधिक बच्चों में एक्यूट फ्लेसिड मायलाइटिस (एएफएम) नामक बीमारी देखी गई। यह पहली बार था जब अमेरिका में बच्चों में एएफएम के मामलों में इतनी तेजी से वृद्धि हुई थी।

अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने 3 सितंबर, 2024 तक एएफएम के मामलों की जांच पूरी की है। इस जांच में 22 संभावित रोगियों की जांच की गई, जिनमें से 13 में एएफएम की पुष्टि हुई है। यह पिछले साल, 2023 में हुए 40 संभावित मामलों में से 18 की पुष्टि के मुकाबले है।

इलाज

अभी तक EV-D68 वायरस के लिए कोई दवा या वैक्सीन नहीं बनी है। डॉक्टर इस वायरस के बारे में बहुत से सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं, खासकर यह जानने के लिए कि यह वायरस लंबे समय तक शरीर पर क्या असर डालता है। इस वायरस के बारे में अभी और बहुत कुछ जानने की ज़रूरत है.

बचाव

चूंकि EV-D68 वायरस के लिए अभी कोई विशिष्ट चिकित्सा या टीका उपलब्ध नहीं है, अतः रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाना ही एकमात्र रणनीति है। कुछ बुनियादी स्वच्छता उपायों को अपनाकर हम इस वायरस के प्रसार को रोक सकते हैं, उदाहरण के लिए…

  • बार-बार हाथ धोएं: साबुन और पानी से नियमित रूप से हाथ धोना सबसे महत्वपूर्ण बात है। खासकर खाना खाने से पहले, बाहर से आने के बाद और किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद।
  • बीमार लोगों से दूरी बनाएं: अगर कोई व्यक्ति सर्दी, जुकाम या फ्लू से पीड़ित है तो उससे संपर्क से बचें।
  • बाहरी भोजन और पानी से बचें: जहाँ तक हो सके, बाहर का खाना या पानी पीने से बचें। अगर आपको बाहर खाना पड़े तो साफ-सुथरे स्थानों को चुनें।
  • बच्चों पर विशेष ध्यान दें: अगर आपके बच्चे को सांस लेने में दिक्कत या श्वसन संबंधी कोई समस्या है तो विशेष ध्यान रखें।
  • सर्दी-जुकाम को न करें नज़रअंदाज: अगर आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को सर्दी-जुकाम हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

निष्कर्ष

क्योंकि अभी तक इस वायरस का इलाज नहीं मिल पाया है, इसलिए हमें खुद को बचाने की कोशिश करनी चाहिए। खासकर बच्चों का बहुत ध्यान रखना चाहिए क्योंकि वे जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। बड़े लोगों को भी सावधान रहना चाहिए। अभी बस सावधानी ही हमारा सबसे अच्छा हथियार है।

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सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को मेडिकल एडमिशन में NRI कोटे के दुरुपयोग पर फटकार लगाई।

Supreme Court ने पंजाब सरकार को झटका देते हुए एनआरआई कोटे का विस्तार करने की उसकी याचिका खारिज कर दी है। अदालत ने साफ कर दिया है कि एनआरआई के दूर के रिश्तेदारों को इस कोटे का लाभ नहीं मिलेगा। वहीं, कर्नाटक सरकार अब सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 15% एनआरआई कोटा शुरू करने पर विचार कर रही है

पंजाब सरकार ने मेडिकल कॉलेजों में अप्रवासी भारतीयों (एनआरआई) के दूर के रिश्तेदारों को आरक्षण देने को धोखाधड़ी करार देते हुए उच्चतम न्यायालय की फटकार का सामना किया है। सुप्रीम कोर्ट ने इसे फर्जीवाड़ा बताते हुए तत्काल समाप्त करने का आदेश दिया। आम आदमी पार्टी की सरकार, जो मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में है, ने एनआरआई कोटा बढ़ाने की याचिका उच्च न्यायालय से खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उनकी अपील भी अस्वीकार कर दी गई। अदालत ने स्पष्ट किया कि एनआरआई के दूर के रिश्तेदारों को एडमिशन में आरक्षण का लाभ नहीं मिल सकता। यह निर्णय उस समय आया है जब कर्नाटक सरकार 2025-26 शैक्षणिक वर्ष से सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 15% एनआरआई कोटा लागू करने की योजना बना रही है।

हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया था नोटिफिकेशन

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए उसके उस फैसले को रद्द कर दिया जिसमें मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई कोटे के लिए पात्रता के नियमों में बदलाव किए गए थे। न्यायालय ने कहा कि 20 अगस्त की अधिसूचना,जो सरकार ने दूर के रिश्तेदारों को भी इस कोटे में शामिल करने का जो फैसला लिया था, वह गलत था।

एनआरआई कोटे की आड़ में धांधली की कोशिश!

अदालत ने कहा कि एनआरआई कोटा का मूल उद्देश्य वास्तविक एनआरआई और उनके बच्चों को लाभ पहुंचाना था। हालांकि, सरकार द्वारा परिभाषा को व्यापक बनाकर चाचा, चाची, दादा-दादी और चचेरे भाई-बहनों जैसे रिश्तेदारों को शामिल करना नीति के मूल उद्देश्य के विपरीत है। अदालत ने चेतावनी दी कि परिभाषा को व्यापक बनाने से संभावित दुरुपयोग का द्वार खुल जाता है, जिससे नीति के उद्देश्य से बाहर के व्यक्ति इन सीटों का लाभ उठा सकते हैं।अदालत ने 28 अगस्त को गीता वर्मा और अन्य उम्मीदवारों की याचिका के बाद पहले ही नोटिफिकेशन पर रोक लगा दी थी, जो संभावित रूप से अधिक योग्य उम्मीदवारों को दरकिनार कर सकती थी।

योग्य छात्रों की हकमारी का प्रयास

अदालत ने पाया कि सरकार द्वारा 20 अगस्त को जारी अधिसूचना में किए गए संशोधन, जो मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई कोटे के लिए पात्रता मानदंडों में बदलाव करते हैं, अस्पष्ट और संभावित रूप से दुरुपयोग के लिए खुले हैं। अदालत ने कहा कि नए प्रावधान, जो दूर के रिश्तेदारों को केवल यह दावा करके अभिभावक के रूप में अर्हता प्राप्त करने की अनुमति देते हैं कि उन्होंने एक छात्र की देखभाल की है, योग्यता आधारित प्रवेश प्रक्रिया को कमजोर करते हैं।


कर्नाटक सरकार की तैयारियों का क्या होगा?

कर्नाटक सरकार ने विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए एक कदम उठाया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र सरकार से राज्य के 22 मेडिकल कॉलेजों में 508 अतिरिक्त एमबीबीएस सीटें मंजूर करने का अनुरोध किया है। इस कदम का उद्देश्य विदेशी छात्रों (एनआरआई) को भारतीय मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश का अवसर प्रदान करना है। मंत्री ने इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए यूजीसी के दिशानिर्देशों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का हवाला दिया।

कर्नाटक सरकार की लालच

अभी कर्नाटक में सिर्फ निजी मेडिकल कॉलेज ही विदेशी छात्रों को दाखिला देते हैं, जहां फीस बहुत ज्यादा, करीब 1 से 2.5 करोड़ रुपये तक होती है। लेकिन राजस्थान, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में सरकारी मेडिकल कॉलेज भी विदेशी छात्रों को दाखिला देते हैं और उनसे कम फीस लेते हैं। कर्नाटक के मंत्री का मानना है कि अगर कर्नाटक में भी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में विदेशी छात्रों के लिए सीटें आरक्षित की जाएं तो सरकार को ज्यादा पैसा मिलेगा। इस पैसे से मेडिकल कॉलेजों में सुविधाएं और शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर की जा सकती है।

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री शरण प्रकाश पाटिल ने विदेशी छात्रों (एनआरआई) से 25 लाख रुपये सालाना फीस लेने का प्रस्ताव रखा है। उनका अनुमान है कि इससे राज्य सरकार को पहले साल में ही 127 करोड़ रुपये से अधिक की आय होगी। पाटिल को उम्मीद है कि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देगी और 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से कर्नाटक के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में विदेशी छात्रों के लिए सीटें आरक्षित कर दी जाएंगी।

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शास्त्रों के अनुसार इंदिरा एकादशी के दिन मरने वालों को क्यों रहना पड़ता है भूखा?

शास्त्रों के अनुसार इंदिरा एकादशी 28 सितंबर को है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और पितरों का श्राद्ध करने का विधान है। लेकिन क्या आप जानते हैं इस दिन स्वर्ग लोक जाने वाली आत्माओं का एक रहस्य? आइए जानते हैं कि आखिर क्यों स्वर्ग में भी रहना पड़ता है भूखा?

पितृ पक्ष है, जिसमें दान, तर्पण और श्राद्ध कर्म करने का विधान है। शास्त्रों और पुराणों के अनुसार, पितृ पक्ष में पितृ नाम का श्राद्ध करने से पितृ दोष से छुटकारा मिलता है। गुरु पुराण कहता है कि अगर कोई व्यक्ति एकादशी के दिन मर जाता है, तो उसकी आत्मा सीधे स्वर्ग में जाती है और जन्म-मरण के चक्र से मुक्त हो जाती है। लेकिन उस आत्मा को एकादशी के दिन मरने पर स्वर्ग में भूखा रहना पड़ता है। आइए पता चलेगा, ऐसा क्यों होता है

परिजनों के बीच भटकती है आत्मा

गरुड़ पुराण सहित अन्य पुराणों में बताया गया है कि जब कोई व्यक्ति मरता है, तो यमदूत उसकी आत्मा को यमलोक ले जाते हैं, जहां उसके पाप और पुण्य का हिसाब किया जाता है। 24 घंटे बाद आत्मा को उसके घर वापस भेजा जाता है। मृतक की आत्मा यमदूतों द्वारा छोड़ दी जाती है और वह अपने परिजनों को पुकारती है, लेकिन उसे कोई सुन नहीं पाता। आत्मा अपने परिजनों को रोते हुए देखकर फिर से अपने शरीर में लौटने की कोशिश करती है, लेकिन यमदूतों के बंधन में जकड़ी रहती है।

इसलिए एकादशी के दिन आत्मा को रहना पड़ता है भूखा

जिस व्यक्ति की मृत्यु एकादशी के दिन होती है, वह सीधे स्वर्ग पहुंचता है, लेकिन उसे इस दिन भूखा रहना पड़ता है। गरुड़ पुराण और अन्य पुराणों के अनुसार, एकादशी के दिन आत्मा को इसलिए भूखा रहना पड़ता है क्योंकि इस दिन स्वर्ग सहित सभी स्थानों पर भंडारा बंद रहता है। स्वर्ग में सभी एकादशी का व्रत रखते हैं। व्यक्ति के पाप और पुण्य का हिसाब तो किया जाता है, लेकिन उसे भोजन नहीं मिलता। बैकुंठ में भी यही स्थिति होती है, जहां भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और वहां के सभी निवासी एकादशी का व्रत रखते हैं, इसलिए वहां भी भंडारा बंद रहता है।

इंदिरा एकादशी का महत्व

पितृ पक्ष में पड़ने वाली इंदिरा एकादशी का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ पितरों का श्राद्ध करना चाहिए। ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और परिवार में सुख-शांति आती है। मान्यता है कि इंदिरा एकादशी का व्रत सात पीढ़ियों के पितरों को तृप्त करता है।

जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है व्यक्ति

गीता में बताया गया है कि माह के तीस दिनों को चंद्रमा के घटने और बढ़ने के आधार पर दो भागों में बांटा गया है – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। शुक्ल पक्ष में 15 दिन होते हैं जब चंद्रमा बढ़ता है, जबकि कृष्ण पक्ष में 15 दिन होते हैं जब चंद्रमा घटता है। शुक्ल पक्ष का अंतिम दिन पूर्णिमा तिथि कहलाता है और कृष्ण पक्ष का अंतिम दिन अमावस्या तिथि कहलाता है। शास्त्रों के अनुसार, शुक्ल पक्ष के 15 दिन देवताओं के दिन माने जाते हैं, जबकि कृष्ण पक्ष के 15 दिन पितरों के दिन माने जाते हैं। देवताओं के दिनों को उत्तरायण और पितरों के दिनों को दक्षिणायन काल कहा गया है। गीता में यह भी बताया गया है कि जिनकी मृत्यु देवताओं के काल यानी शुक्ल पक्ष में होती है, वे जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाते हैं, जबकि जिनकी मृत्यु पितरों के काल यानी कृष्ण पक्ष में होती है, उन्हें फिर से पृथ्वी पर जन्म लेना पड़ता है

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Border Gavaskar Trophy: Rishabh Pant की टेस्ट में तूफानी वापसी देख कांपे Pat Cummins

Border Gavaskar Trophy: Rishabh Pant ने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शानदार शतक जड़ा। उन्होंने दूसरी पारी में 109 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। पंत ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से मैच का रुख बदल सकते हैं, और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम के कप्तान Pat Cummins इस बात से भली-भांति वाकिफ हैं। इस साल के अंत में जब भारत ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएगा, तो कमिंस ने पंत को लेकर अपनी चिंता साफ जाहिर की है।

Border Gavaskar Trophy: ऑस्ट्रेलिया में भारत की ऐतिहासिक जीतें

भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में हराकर इतिहास रच दिया था। इसके बाद, 2020-21 में भी भारत ने यह कारनामा दोहराया, जब पंत ने अहम पारियां खेलकर ऑस्ट्रेलिया के सपने को चकनाचूर किया था। अब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत की हैट्रिक लगाना चाहेगी।

पैट कमिंस की पंत से चिंता

सीरीज की शुरुआत से पहले स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत करते हुए पैट कमिंस ने कहा कि हर टीम के पास कुछ ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो मैच छीन सकते हैं, और भारत के लिए वह खिलाड़ी ऋषभ पंत हैं। उन्होंने कहा, “हर टीम के पास एक या दो ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो मैच को अपने दम पर चला सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के पास ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श हैं। वह आक्रामक खेल दिखाते हैं और मैच का रुख पलट सकते हैं। जैसे ऋषभ पंत रिवर्स स्वीप खेलते हैं, वह शानदार शॉट है, और यह बताता है कि पंत कितने खतरनाक हैं।”

यह भी पढ़े: INDIA VS BANGLADESH: शुभमन गिल के बल्ले को तोड़ने के आरोपों पर ऋषभ पंत ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। क्या है इस विवाद की…

कमिंस ने आगे कहा, “पंत ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका कुछ सीरीजों पर बड़ा असर रहा है, और हम कोशिश करेंगे कि उन्हें शांत रख सकें।”

पंत की अहम भूमिका

30 दिसंबर 2022 को हुए एक कार एक्सीडेंट में पंत गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिससे वह लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे। बांग्लादेश के खिलाफ 632 दिन बाद पहला टेस्ट खेलते हुए पंत ने धमाकेदार शतक ठोक दिया। पंत की आक्रामक शैली और बल्लेबाजी का ऑस्ट्रेलिया में टीम की सफलता में अहम योगदान हो सकता है। वह एक बार फिर टीम की जीत में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

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GoPro ने बजट में धमाका किया! नया एंट्री-लेवल कैमरा हुआ लॉन्च, जानिए कीमत और खास फीचर्स।

GoPro ने भारत में अपना नया किफायती एक्शन कैमरा लॉन्च कर दिया है। यह नया HERO कैमरा 4K वीडियो रिकॉर्डिंग और 12MP फोटोग्राफी की क्षमता रखता है। महज 86 ग्राम वजन के साथ यह कैमरा 5 मीटर तक पानी के अंदर भी काम करता है। आप इसे ₹23,990 में फ्लिपकार्ट, क्रोमा और रिलायंस डिजिटल से खरीद सकते हैं।

GoPro ने अपना नया एंट्री-लेवल HERO कैमरा भारतीय बाजार में उतार दिया है। यह कैमरा 4K वीडियो रिकॉर्डिंग और 12MP इमेज सेंसर के साथ आता है। इसका कॉम्पैक्ट डिजाइन और 5 मीटर तक की वाटरप्रूफ क्षमता इसे एक्शन स्पोर्ट्स के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाती है। आप इसे ₹23,990 की शुरुआती कीमत पर खरीद सकते हैं।

GoPro का नया एंट्री-लेवल HERO कैमरा अब भारत में ₹23,990 की किफायती कीमत पर उपलब्ध है। आप इसे फ्लिपकार्ट, क्रोमा और रिलायंस डिजिटल जैसे लोकप्रिय स्टोर्स से खरीद सकते हैं।

GoPro ने घोषणा की है कि उनका नया HERO कैमरा अब तक का सबसे छोटा और हल्का 4K कैमरा है। मात्र 86 ग्राम वज़न के साथ, यह HERO13 Black से 35% छोटा और 46% हल्का है। इसके बावजूद, यह कैमरा मज़बूत और टिकाऊ है और 5 मीटर तक पानी के अंदर काम कर सकता है। आसान टचस्क्रीन इंटरफ़ेस और एक बटन के साथ, आप आसानी से विभिन्न कैमरा मोड्स के बीच स्विच कर सकते हैं

GoPro HERO एक पावरफुल एक्शन कैमरा है जो Ultra HD 4K वीडियो, HD 1080p वीडियो और 12MP फोटोग्राफी की क्षमता रखता है। इसका 2x स्लो-मो मोड 2.7K रेज़ोल्यूशन पर 60fps की रफ्तार से स्लो-मोशन वीडियो रिकॉर्ड करता है, जिससे आप हर डिटेल को कैप्चर कर सकते हैं।

GoPro और Quik ऐप का कॉम्बिनेशन आपके लिए एक पावरफुल क्रिएटिव टूल है। आप 4K वीडियो से 8MP की हाई-रेज़ोल्यूशन वाली तस्वीरें निकाल सकते हैं और HyperSmooth तकनीक के साथ अपने वीडियो को स्मूथ बना सकते हैं। इसकी बैटरी लाइफ भी काफी अच्छी है, जो एक घंटे से अधिक समय तक लगातार रिकॉर्डिंग की अनुमति देती है.

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Sensex at new high:भारतीय शेयर बाजार में आज ऐतिहासिक दिन रहा। सेंसेक्स पहली बार 85,000 के पार पहुंच गया,

शेयर बाजार में आज मंगलवार को ऐतिहासिक दिन रहा। बीएसई सेंसेक्स ने पहली बार 85,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार किया। हालांकि शुरुआत कुछ निराशाजनक रही, लेकिन बाजार ने जल्द ही अपनी रफ्तार पकड़ ली और नया रिकॉर्ड बना दिया।

मंगलवार को यूं तो भारतीय शेयर बाजार (Stock Exchange) सपाट खुला। बाजार खुलते समय बीएसई का संवेदी सूचकांक (BSE Sensex) निगेटिव ही था। लेकिन, शुरुआती कारोबार के बाद बाजार के मुख्य सूचकांक रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। सुबह करीब के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी ने क्रमश: 85,052 और 25,978 का नया ऑल-टाइम हाई बनाया है।

सुबह लुढ़क कर खुला बाजार

मंगलवार को कारोबार शुरू होते ही बीएसई 84,860.73 अंक पर खुला, जबकि एक दिन पहले यह 84,928.61 पर बंद हुआ था, जिसका अर्थ है कि सेंसेक्स आज निगेटिव था। हालांकि, 10 बजे से पहले ही सेंसेक्स पॉजिटिव हो गया था। सुबह 09:51 बजे सेंसेक्स ने 85,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर सर्वकालिक उच्चतम स्तर छू लिया। सुबह 10:51 बजे सेंसेक्स 84,953 पर था, जिसमें 24.63 अंक या 0.03 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।


बाजार का रुझान सकारात्मक

शुरुआती कारोबार में बाजार में तेजी का रुझान रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर 1388 शेयर हरे निशान में थे, जबकि 758 शेयर लाल निशान में थे। छोटे और मझोले शेयरों में खासा उत्साह रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 137 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 43 अंक या 0.22 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,592 पर था की बढ़त के साथ नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। ऑटो, फार्मा, मेटल, मीडिया, एनर्जी, इन्फ्रा, पीएसई, हेल्थकेयर और ऑयल एंड गैस जैसे प्रमुख सेक्टरों में भी तेजी देखी गई.

ये रहे टॉप गेनर्स

आज के कारोबार में आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, एफएमसीजी और रियल्टी शेयरों में दबाव देखा गया। लेकिन टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, नेस्ले, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स और एनटीपीसी जैसे शेयरों ने बाजार को सकारात्मक रखा.

ये रहे टॉप लूजर्स

आज के कारोबार में बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, एचयूएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, विप्रो और बजाज फिनसर्व टॉप लूजर्स थे। एशिया के ज्यादातर बाजारों में तेजी के साथ कारोबार हो रहा है, इसके विपरीत, एशिया के ज्यादातर बाजारों, जैसे टोक्यो, शंघाई, हांगकांग में तेजी देखी गई.


अमेरिका में क्या रहा

सोमवार को अमेरिकी बाजार हरे निशान में बंद हुए। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव ने बाजार की चिंताओं को बढ़ा दिया है। इजराइल द्वारा लेबनान पर हमले के बाद स्थिति और गंभीर हो गई है। बाजार में कई शेयर उपलब्ध हैं, लेकिन निवेशकों को उन शेयरों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जहां वास्तविक मूल्य हो

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संन्‍यास के बाद मैदान पर उतरे Shikhar Dhawan, बल्‍ले से ला दिया भूचाल

टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज Shikhar Dhawan ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर अपने फैसले की जानकारी दी थी। अब धवन रिटायर्ड खिलाड़ियों की लीग में खेल रहे हैं, जहां उन्होंने तूफानी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया।

Shikhar Dhawan की दमदार बल्लेबाजी

गुजरात ग्रेट्स के कप्तान Shikhar Dhawan ने सदर्न सुपर स्टार्स के खिलाफ अर्धशतक लगाया। उन्होंने 37 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की, जिसमें 3 चौके और 3 छक्के शामिल थे। धवन ने 108.33 की स्ट्राइक रेट से 48 गेंदों में 52 रन बनाए। अंततः उन्हें चतुरंगा डी सिल्वा की गेंद पर सुरंगा लकमल ने कैच आउट किया। इससे पहले, अपने पहले मैच में धवन ने 20 गेंदों पर 21 रन बनाए थे, जिसमें 3 चौके शामिल थे। उस मैच में गुजरात ग्रेट्स ने 8 विकेट से जीत दर्ज की थी।

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सदर्न सुपर स्टार्स ने जीता मुकाबला

सदर्न सुपर स्टार्स ने गुजरात ग्रेट्स को 26 रन से हराकर यह मुकाबला अपने नाम किया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी सदर्न सुपर स्टार्स ने 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 144 रन बनाए। चतुरंगा डी सिल्वा ने 28 गेंदों में नाबाद 53 रन की शानदार पारी खेली, जबकि मार्टिन गुप्टिल ने 22 रन बनाए।

जवाब में गुजरात ग्रेट्स की टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर केवल 118 रन ही बना सकी। Shikhar Dhawanके अलावा कोई अन्य बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका। पवन नेगी ने 3 विकेट चटकाए और सदर्न सुपर स्टार्स को जीत दिलाई।

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प्रीमियर से पहले Bigg Boss 18 से कटा TV की इस खूबसूरत एक्ट्रेस का पत्ता

विवादित रियलिटी शो Bigg Boss 18 की बेताबी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पहले शो का लोगो रिवील हुआ और अब शो की थीम के साथ-साथ प्रीमियर डेट भी सामने आ चुकी है। फैंस के बीच कंटेस्टेंट्स को लेकर चर्चा तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि शो को हिट बनाने के लिए मेकर्स ने टीवी के कई जाने-माने सितारों को अप्रोच किया है।

सायली सालुंखे ने ठुकराया Bigg Boss 18 का ऑफर

हाल ही में खबर आई थी कि टीवी अभिनेत्री सायली सालुंखे, जो बातें कुछ अनकही सी में वंदना का किरदार निभाकर मशहूर हुई थीं, बिग बॉस 18 की कन्फर्म कंटेस्टेंट हैं। उन्होंने शो में आने के लिए हामी भर दी थी। लेकिन अब, एक नई रिपोर्ट ने फैंस का दिल तोड़ दिया है।

फ्री प्रेस जर्नल के मुताबिक, सायली सालुंखे बिग बॉस 18 का हिस्सा नहीं बनेंगी। मेकर्स ने उन्हें अप्रोच किया था और उनके बीच बातचीत चल रही थी, लेकिन सायली ने शो को ठुकरा दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, सायली फिलहाल इस शो का हिस्सा बनने को लेकर उत्साहित नहीं हैं।

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Bigg Boss 18 के संभावित कंटेस्टेंट्स

सलमान खान द्वारा होस्ट किए जाने वाले बिग बॉस 18 की आधिकारिक कंटेस्टेंट लिस्ट अभी सामने नहीं आई है, लेकिन कुछ सितारों के नाम चर्चा में हैं:

  • निया शर्मा
  • शोएब इब्राहिम
  • धीरज धूपर
  • नायरा बनर्जी
  • शिल्पा शिरोडकर
  • मीरा देवस्थले
  • शांति प्रिया
  • अविनाश मिश्रा
  • देव चंद्रिमा सिंघा रॉय
  • चाहत पांडे
  • शहजादा धामी
  • जान खान
  • करणवीर मेहरा
  • ऋत्विक धनजानी
  • करम राजपाल
  • पद्ममिनी कोल्हापुरे

प्रीमियर डेट

Bigg Boss 18 का प्रीमियर 6 अक्टूबर 2024 को होने वाला है। हमेशा की तरह, इस बार भी शो को सलमान खान ही होस्ट करेंगे।

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Laapataa Ladies में ये किरदार निभाना चाहते थे आमिर खान

‘Laapataa Ladies’ को भारत की ओर से ऑस्कर में आधिकारिक एंट्री मिल चुकी है। अब यह फिल्म सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म श्रेणी में नामांकन पाने की उम्मीद कर रही है। इस फिल्म का निर्देशन किरण राव ने किया है और इसमें प्रतिभा रांटा, नितांशी गोयल, स्पर्श श्रीवास्तव, छाया कदम, और रवि किशन मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।

Laapataa Ladies: किरण राव ने जताई खुशी

किरण राव ने अपनी फिल्म Laapataa Ladies की ऑस्कर एंट्री पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “मैं बहुत सम्मानित और खुश हूं कि हमारी फिल्म ‘Laapataa Ladies’ को एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए भारत की आधिकारिक एंट्री के रूप में चुना गया है।”

आमिर खान को किया रिजेक्ट

फिल्म में स्पर्श श्रीवास्तव ने दीपक का, प्रतिभा रांटा ने जया का, और नितांशी गोयल ने फूल का किरदार निभाया है। वहीं, रवि किशन ने सब-इंस्पेक्टर श्याम मनोहर का किरदार निभाया है। लेकिन क्या आपको पता है कि आमिर खान ने भी इस फिल्म के एक रोल के लिए ऑडिशन दिया था? वह पूरी तरह से इस किरदार को निभाने के इच्छुक थे, लेकिन उन्हें किरण राव ने रिजेक्ट कर दिया। आखिर क्या था वो किरदार और क्यों आमिर खान को रिजेक्शन का सामना करना पड़ा?

कौन सा था वो किरदार?

जी हां, हाल ही में एक इंटरव्यू में आमिर खान ने बताया कि उन्होंने फिल्म Laapataa Ladies के एक खास किरदार के लिए ऑडिशन दिया था। आमिर ने कहा, “कहानी बहुत शानदार थी और उसमें एक बेहतरीन किरदार था। मैंने सोचा कि जब मैं किरण को बताऊंगा कि मैं ये किरदार करना चाहता हूं, तो वो खुश होंगी। लेकिन जब मैंने किरण से इस बारे में बात की, तो उन्होंने कहा, ‘तुम बड़े स्टार हो, मेरी फिल्म छोटी है, और तुम इसे असंतुलित कर दोगे।’ फिर मैंने कहा कि चलो ठीक है, लेकिन मुझे स्क्रीन टेस्ट देने दो। देखते हैं कि ये रोल मुझे सूट करेगा या नहीं।”

आमिर ने Laapataa Ladies में रवि किशन द्वारा निभाया गया सब-इंस्पेक्टर श्याम मनोहर का किरदार करना चाहा था।

हुलिया बदलने को तैयार थे आमिर खान

आमिर खान ने आगे बताया, “स्क्रीन टेस्ट के बाद किरण और मुझे, दोनों को यह पसंद आया। लेकिन हमें इस बात का डर था कि अगर मैं फिल्म में एक स्टार के तौर पर आया, तो लोगों की उम्मीदें बढ़ जाएंगी। हमें लगा कि मुझे फिल्म में किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए।”

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आमिर ने यहां तक सुझाव दिया कि वो ट्रॉपिक थंडर में रॉबर्ट डाउनी जूनियर की तरह अपना लुक पूरी तरह बदलने को तैयार थे, ताकि पहचान में न आएं। लेकिन किरण राव ने यह कहते हुए मना कर दिया कि “क्या फायदा?”

रियल लोकेशन्स पर शूटिंग

फिल्म की शूटिंग मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के असली लोकेशन्स पर की गई है। निर्माताओं ने फिल्म के हिस्से के रूप में असली ग्रामीणों और स्थानों को भी शामिल किया है, जिससे फिल्म में और भी वास्तविकता का अनुभव हो।

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