Categories
धर्म

Pitru Paksha 2024 Diye ka Upay पितृ पक्ष में रोजाना इन 5 पवित्र स्थानों पर दीपक जलाकर आप न केवल अपने पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं बल्कि मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

Pitru Paksha 2024 Diye ka Upay : आज आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से पितृ पक्ष का आरंभ हो गया है। इन पंद्रह दिनों में हम अपने पूर्वजों को याद करते हुए श्राद्ध करते हैं। मान्यता है कि इस दौरान हमारे पितर धरती पर आते हैं और हमें आशीर्वाद देते हैं। अगर हम रोजाना घर के इन चार स्थानों पर दीपक जलाएं तो न सिर्फ पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, बल्कि मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।

पितृ पक्ष में दीपक जलाकर आप अपने पूर्वजों को प्रसन्न कर सकते हैं और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं आपको रोजाना किन 4 जगहों पर दीपक जलाना है।

पितृ पक्ष में दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। क्योंकि दक्षिण दिशा पितरों की दिशा होती है और सरसों का तेल यमराज को समर्पित होता है। इससे पितर प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।

पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं

पितृ पक्ष में रोजाना शाम को पीपल के पेड़ के नीचे काले तिल और सरसों के तेल का दीपक जलाने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है पीपल के पेड़ पर देवी-देवताओं का भी वास होता है, इसलिए पितृ पक्ष में रोजाना यहां दीपक जलाकर रखने से पूर्वजों का आशीर्वाद आपको मिलता है।और मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं

घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं

घर का मुख्य द्वार बहुत महत्वपूर्ण होता है। पितृ पक्ष में शाम को यहां दीपक जलाने से न सिर्फ पितरों का आशीर्वाद मिलता है, बल्कि मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। मुख्य द्वार से मां लक्ष्‍मी का भी प्रवेश होता है। इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।

पितरों की तस्‍वीर के नीचे दीपक जलाएं

पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों की तस्वीर पर दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे पितरों का आशीर्वाद मिलता है और घर में कभी धन की कमी नहीं होती।

ईशान कोण में भी जलाएं दीपक

पितृ पक्ष में ईशान कोण में घी का दीपक और किचन में सरसों का तेल का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी और पितर दोनों प्रसन्न होते हैं। इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।इस उपाय को पूरे 15 दिन लगातार करने से आपके घर में सुख और सुविधाएं बढ़ने के साथ ही जीवन में सुकून शांति स्‍थापित होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version