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मनबा फाइनेंस IPO: अलॉटमेंट हुआ या नहीं, जानने का आसान तरीका

मनबा फाइनेंस का IPO निवेशकों के बीच छा गया! 224% से अधिक सब्सक्राइब होने के बाद, अब जानिए कि आपको शेयर मिले या नहीं। अलॉटमेंट स्टेटस चेक करने का सबसे आसान तरीका यहां देखें.

मनबा फाइनेंस के आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। कल, यानी आईपीओ के अंतिम दिन, इसे 224.05 गुना अभिदान प्राप्त हुआ था। यह दर्शाता है कि निवेशक कंपनी के भविष्य पर कितना विश्वास करते हैं। आज, 26 सितंबर को, अलॉटमेंट का परिणाम आने की उम्मीद है। आप आसानी से जांच सकते हैं कि आपको शेयर मिले हैं या नहीं।

किस श्रेणी में कितना अभिदान

एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, मनबा फाइनेंस के आईपीओ को निवेशकों से अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली है। कंपनी ने 87,99,000 शेयरों की पेशकश की थी, लेकिन निवेशकों ने 1,97,14,04,875 शेयरों के लिए आवेदन किया। यह दर्शाता है कि आईपीओ 224.05 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ है। सबसे ज्यादा उत्साह गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) में देखा गया, जिन्होंने 511.62 गुना अधिक आवेदन किए। पात्र संस्थागत खरीदारों (QIB) ने 148.55 गुना और खुदरा निवेशकों (RII) ने 143.95 गुना अधिक आवेदन किए।

क्या था प्राइस बैंड

मनबा फाइनेंस का इनिशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) 23 सितंबर से 25 सितंबर तक निवेशकों के लिए खुला रहा। कंपनी ने इस आईपीओ के माध्यम से 114 रुपये से 120 रुपये प्रति शेयर के बीच की कीमत पर शेयर जारी करने का लक्ष्य रखा था। निवेशकों को इस मूल्य बैंड के भीतर अपनी बोली लगाने का मौका मिला

ऐसे जाने अलॉटमेंट स्टेटस

मनबा फाइनेंस आईपीओ के अलॉटमेंट स्टेटस जानने के लिए आप दो तरीके अपना सकते हैं: रजिस्ट्रार की वेबसाइट या BSE की वेबसाइट। दोनों ही जगहों पर आपको अपना आवेदन नंबर या PAN नंबर डालकर अलॉटमेंट स्टेटस चेक करना होगा।

बीएसई की साइट पर कैसे जांचें

मनबा फाइनेंस के आईपीओ में आपको कितने शेयर मिले हैं, यह जानने का एक और तरीका है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की वेबसाइट पर जाना।

कैसे चेक करें:

  • सबसे पहले, आपको https://www.bseindia.com/investors/appli_check.aspx इस लिंक पर जाना होगा।
  • यहां आपको ‘इक्विटी’ का विकल्प मिलेगा। उस पर क्लिक करें और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से ‘मनबा फाइनेंस’ चुनें।
  • अब आपको अपना आवेदन नंबर और पैन नंबर दर्ज करना होगा।
  • ‘खोज’ पर क्लिक करते ही आपको पता चल जाएगा कि आपको कितने शेयर मिले हैं।

कब होगी शेयरों की लिस्टिंग

30 सितंबर 2024 को मनबा फाइनेंस के शेयर बाजार में आने की तैयारी है।

क्या है इसका जीएमपी

मनबा फाइनेंस के आईपीओ ने निवेशकों को खूब लुभाया है। ग्रे मार्केट में इस शेयर की मांग इतनी अधिक है कि इसकी कीमत आईपीओ के ऊपरी मूल्य बैंड (120 रुपये) से 46.67% अधिक, यानी लगभग 56 रुपये के प्रीमियम पर चल रही है। इसका मतलब है कि अगर यह रुझान जारी रहा तो शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने पर यह शेयर 176 रुपये के आसपास खुल सकता है।

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Sensex at new high:भारतीय शेयर बाजार में आज ऐतिहासिक दिन रहा। सेंसेक्स पहली बार 85,000 के पार पहुंच गया,

शेयर बाजार में आज मंगलवार को ऐतिहासिक दिन रहा। बीएसई सेंसेक्स ने पहली बार 85,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार किया। हालांकि शुरुआत कुछ निराशाजनक रही, लेकिन बाजार ने जल्द ही अपनी रफ्तार पकड़ ली और नया रिकॉर्ड बना दिया।

मंगलवार को यूं तो भारतीय शेयर बाजार (Stock Exchange) सपाट खुला। बाजार खुलते समय बीएसई का संवेदी सूचकांक (BSE Sensex) निगेटिव ही था। लेकिन, शुरुआती कारोबार के बाद बाजार के मुख्य सूचकांक रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। सुबह करीब के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी ने क्रमश: 85,052 और 25,978 का नया ऑल-टाइम हाई बनाया है।

सुबह लुढ़क कर खुला बाजार

मंगलवार को कारोबार शुरू होते ही बीएसई 84,860.73 अंक पर खुला, जबकि एक दिन पहले यह 84,928.61 पर बंद हुआ था, जिसका अर्थ है कि सेंसेक्स आज निगेटिव था। हालांकि, 10 बजे से पहले ही सेंसेक्स पॉजिटिव हो गया था। सुबह 09:51 बजे सेंसेक्स ने 85,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर सर्वकालिक उच्चतम स्तर छू लिया। सुबह 10:51 बजे सेंसेक्स 84,953 पर था, जिसमें 24.63 अंक या 0.03 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।


बाजार का रुझान सकारात्मक

शुरुआती कारोबार में बाजार में तेजी का रुझान रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर 1388 शेयर हरे निशान में थे, जबकि 758 शेयर लाल निशान में थे। छोटे और मझोले शेयरों में खासा उत्साह रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 137 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 43 अंक या 0.22 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,592 पर था की बढ़त के साथ नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। ऑटो, फार्मा, मेटल, मीडिया, एनर्जी, इन्फ्रा, पीएसई, हेल्थकेयर और ऑयल एंड गैस जैसे प्रमुख सेक्टरों में भी तेजी देखी गई.

ये रहे टॉप गेनर्स

आज के कारोबार में आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, एफएमसीजी और रियल्टी शेयरों में दबाव देखा गया। लेकिन टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, नेस्ले, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स और एनटीपीसी जैसे शेयरों ने बाजार को सकारात्मक रखा.

ये रहे टॉप लूजर्स

आज के कारोबार में बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, एचयूएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, विप्रो और बजाज फिनसर्व टॉप लूजर्स थे। एशिया के ज्यादातर बाजारों में तेजी के साथ कारोबार हो रहा है, इसके विपरीत, एशिया के ज्यादातर बाजारों, जैसे टोक्यो, शंघाई, हांगकांग में तेजी देखी गई.


अमेरिका में क्या रहा

सोमवार को अमेरिकी बाजार हरे निशान में बंद हुए। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव ने बाजार की चिंताओं को बढ़ा दिया है। इजराइल द्वारा लेबनान पर हमले के बाद स्थिति और गंभीर हो गई है। बाजार में कई शेयर उपलब्ध हैं, लेकिन निवेशकों को उन शेयरों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जहां वास्तविक मूल्य हो

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यूरोप के गरीब देशों की आमदनी: भारत से तुलना में इतनी ज्यादा, जानिए क्यों?

यूरोप के गरीब देशों की आमदनी के मुकाबले भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है और अगले कुछ वर्षों में जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह विकास दर निश्चित रूप से उत्साहजनक है। हालांकि, जब प्रति व्यक्ति आय की बात आती है, तो भारत यूरोप के सबसे गरीब देश से भी पीछे छूट जाता है। यह बताता है कि भारत की आर्थिक वृद्धि का लाभ अभी तक देश की पूरी आबादी तक समान रूप से नहीं पहुंच पाया है।

भारत की अर्थव्यवस्था विश्व में सबसे तेजी से बढ़ रही है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय के मामले में हम अभी भी कई देशों से पीछे हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, यूरोप का सबसे गरीब देश मोल्दोवा, भारत से कहीं अधिक प्रति व्यक्ति आय रखता है। मोल्दोवा की प्रति व्यक्ति जीडीपी लगभग 4,500 डॉलर है, जबकि भारत की केवल 2,700 डॉलर के आसपास है। यहाँ तक कि युद्धग्रस्त यूक्रेन की प्रति व्यक्ति आय भी भारत के बराबर है। भारत की प्रति व्यक्ति आय 2029 तक बढ़कर 4,281 डॉलर होने का अनुमान है, लेकिन यह अभी भी कई विकसित देशों से काफी कम है।

यूरोप के सबसे गरीब देशों की सूची में कोसोवो तीसरे स्थान पर है, जहां प्रति व्यक्ति आय लगभग 4,700 डॉलर है। इसके बाद आर्मेनिया (5,300 डॉलर), अल्बानिया (5,500 डॉलर), और उत्तरी मैसेडोनिया (6,100 डॉलर) हैं। इस क्षेत्र के अन्य देशों जैसे जॉर्जिया, बोस्निया और हर्जेगोविना, सर्बिया, और मोंटेनेग्रो में भी प्रति व्यक्ति आय 6,000 से 8,000 डॉलर के बीच है। पूर्वी यूरोप के देशों जैसे बेलारूस, अजरबैजान, और बुल्गारिया में यह आंकड़ा 8,000 से 9,700 डॉलर के बीच है रोमानिया, तुर्की, और रूस जैसे देशों में प्रति व्यक्ति आय 10,000 डॉलर से अधिक है।

सबसे अमीर देश

यूरोप के सबसे अमीर देशों की सूची में कुछ ऐसे नाम हैं जो आपको आश्चर्यचकित कर सकते हैं! वेटिकन सिटी इस सूची में शीर्ष पर है, जहां हर निवासी की औसत आय 63,000 डॉलर सालाना है। इसके बाद सैन मरीनो, अंडोरा, मोनाको और लिकटेंस्टीन जैसे छोटे लेकिन समृद्ध देश आते हैं। स्विट्जरलैंड, लक्जमबर्ग, और स्कैंडिनेवियाई देश जैसे नॉर्वे, स्वीडन और डेनमार्क भी इस सूची में शीर्ष पर हैं। यहां प्रति व्यक्ति आय 40,000 डॉलर से अधिक है। ब्रिटेन भी इस समूह में शामिल है, जहां प्रति व्यक्ति आय लगभग 38,000 डॉलर है।

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ग्‍लोबल रिन्‍यूएबल एनर्जी में इंटरेस्ट विकल्प नहीं मजबूरी है, जलवायु परिवर्तन के खतरे को देखते हुए, हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है :उपराष्ट्रपति

ग्‍लोबल रिन्‍यूएबल एनर्जी में इंटरेस्ट : गुजरात के गांधीनगर में आयोजित चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट में दुनिया भर की 100 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, जबकि समापन सत्र को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संबोधित किया था।

चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट के समापन सत्र को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण धरती के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रिन्यूएल एनर्जी में निवेश अब सिर्फ एक विकल्प नहीं रह गया है, बल्कि यह दुनिया के लिए एक मजबूरी बन गई है। धनखड़ ने कहा कि हमें जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों से निपटने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाने होंगे।है

जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व कर रहा है। विश्व की लगभग 16 प्रतिशत आबादी भारत में निवास करती है,और प्रकृति के साथ हमारा सामंजस्य हमारी 5000 वर्ष पुरानी संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। हमारे वेद और उपनिषद विश्व को एक परिवार मानते हैं। हम वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत में दृढ़ता से विश्वास करते हैं। भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने कभी विस्तारवादी नीति नहीं अपनाई। हम मानते हैं कि युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि बातचीत और कूटनीति ही सभी मुद्दों का समाधान है।

हरेक को निभानी होगी भूमिका

उपराष्ट्रपति ने जलवायु परिवर्तन के खतरों की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह हमारी पृथ्वी के लिए एक संकट है। उन्होंने कहा कि हमें इस संकट से निपटने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा। भारत ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सौर गठबंधन जैसी वैश्विक पहल की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा का कुशल उपयोग और सतत विकास ही इस समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है। भारत का विकास न केवल भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद होगा

नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस अवसर पर बताया कि भारत अब नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विश्व नेता के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए और अब प्रधानमंत्री के रूप में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। देश के सभी राज्यों ने मिलकर 2030 तक 540 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य रखा है। साथ ही, वित्तीय संस्थानों ने 2030 तक हरी ऊर्जा में बदलाव के लिए 386 अरब डॉलर के निवेश का वादा किया है। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने से न केवल देश को ऊर्जा सुरक्षा मिलेगी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। अनुमान है कि इस क्षेत्र में लगभग 82 लाख नौकरियां सृजित होंगी।

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लखनऊ से निकला दुनिया का नया अमीर, जानिए कैसे बना इतना बड़ा कारोबार

लखनऊ के मनोज भार्गव, जो अब अमेरिका में रहते हैं, ने 5-आवर एनर्जी ड्रिंक से अपनी किस्मत बनाई है। उनकी कुल संपत्ति लगभग 12,580 करोड़ रुपये है। हाल ही में उन्होंने एरीना ग्रुप होल्डिंग्स इंक. में 65% हिस्सा खरीदा है। भार्गव अपने धन का एक बड़ा हिस्सा दुनिया की गरीबी कम करने के लिए दान करते हैं।

लखनऊ के मनोज भार्गव, 5-आवर एनर्जी ड्रिंक के निर्माता और अरबपति कारोबारी, ने अपनी मेहनत और दूरदर्शिता से एक अनोखी सफलता गाथा लिखी है। आज 12,580 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ, वे लखनऊ से निकलकर दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार हो चुके हैं। बचपन से ही गणित में गहरी रुचि रखने वाले मनोज भार्गव ने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था, लेकिन पढ़ाई अधूरी छोड़कर एक नया रास्ता चुना और भारत लौट आए।

मनोज भार्गव की सफलता का राज क्‍या?

5-Hour Energy ड्रिंक ने मनोज भार्गव को अरबपति बना दिया। इस ड्रिंक की सफलता ने उन्हें फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में जगह दिलाई है। उनकी कुल संपत्ति 1.5 अरब डॉलर (लगभग 12,580 करोड़ रुपये) है।

5-Hour Energy के अलावा, मनोज भार्गव ने मीडिया और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी अपनी पैठ जमाई है। हाल ही में उन्होंने अरेना ग्रुप होल्डिंग्स इंक. में 65% हिस्सेदारी खरीदकर एक बड़ा सौदा किया है। इस अधिग्रहण के साथ, भार्गव अब स्पोर्ट्स इलस्ट्रेटेड, द स्ट्रीट और मेन्‍स जर्नल जैसे दिग्गज ब्रांडों के मालिक बन गए हैं। यह निवेश उनके डिजिटल और ब्रॉडकास्टिंग मीडिया में अपनी पहुंच बढ़ाने की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है।

कमाई का एक बड़ा हिस्सा किया दान

मनोज भार्गव सिर्फ एक सफल उद्यमी ही नहीं, बल्कि एक परोपकारी भी हैं। उन्होंने अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा दुनिया भर में गरीबी उन्मूलन के लिए समर्पित कर दिया है। उनका मानना है कि धन का उपयोग सिर्फ व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि समाज के उत्थान के लिए किया जाना चाहिए।

मनोज भार्गव का लक्ष्य अपने सभी मीडिया व्यवसायों को एकीकृत करके एक विशाल मीडिया साम्राज्य खड़ा करना है उनकी योजना डिजिटल प्लेटफॉर्म, प्रिंट मीडिया, ई-कॉमर्स और वीडियो स्ट्रीमिंग को एक साथ जोड़कर एक मजबूत नेटवर्क बनाने की है। यह एकीकरण न सिर्फ उनके व्यवसाय को मजबूत बनाएगा बल्कि मीडिया उद्योग में उनकी पकड़ को भी मजबूत करेगा।

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Zee Sony merger: NCLT ने विलय पर लगाई मुहर, शेयर खरीददारों में मची हलचल, 16% चढ़ गया भाव

Zee Sony Merger: नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) को मुंबई पीठ ने गुरुवार को ज़ी-सोनी के मर्जर को अंतिम मंजूरी दे दी। जिसके साथ ही शेयरों में तेजी देखी गई है।

Zee Sony Merger: नेशनल कंपनी लॉ आर्बिट्रेशन की बॉम्बे बेंच ने ज़ी सोनी के विलय को मंजूरी दे दी है। विलय की सभी बाधाएं अब दूर हो गई हैं। 10 जुलाई को न्यायिक सदस्य एचवी सुब्बाराव और तकनीकी सदस्य मधु सिन्हा की पीठ ने विलय मामले में आदेश बरकरार रखा। इस सकारात्मक खबर से जी एंटरटेनमेंट के शेयर रॉकेट की तरह दौड़ने लगे. गुरुवार को हफ्ते के चौथे कारोबारी सत्र में जी एंटरटेनमेंट के शेयर 16 फीसदी तक चढ़ गए. कंपनी का शेयर 281.60 रुपये पर कारोबार कर रहा था.

जानकारी के लिए बता दे कि मुंबई की एनसीएलटी पीठ ने दो मीडिया कंपनियों की मिलाने की मंजूरी देने से, जिनकी मौजूदा मूल्य 10 अरब डॉलर है, एक महत्वपूर्ण मीडिया कंपनी की उत्पत्ति के रास्ते को खोल दिया है। इसके बाद यह देश की सबसे बड़ी कंपनी बनेगी। जी-सोनी मर्जर की घोषणा 2021 में हो गई थी, लेकिन कई कारणों से इसकी प्रक्रिया में देरी हो गई है।

एच वी सुब्बा राव और मधु सिन्हा ने मिलकर इस विलय को मंजूरी दी। 11 जुलाई को एनसीएलटी ने कई कर्जदाताओं की समस्याएँ सुनकर फैसला दिया कि इस विलय को आगे बढ़ाने का आदेश दिया जाए। न्यायाधिकरण ने एक्सिस फाइनेंस, जेसी फ्लावर एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी, आईडीबीआई बैंक, आईमैक्स कॉर्प और आईडीबीआई ट्रस्टीशिप जैसे कर्जदाताओं की मान्यता पर खरा उत्तर दिया। दिसंबर 2021 में, ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर्स ने तय किया कि वे आपस में मिलकर काम करेंगे। इसके बाद, उन्होंने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), बीएसई, सेबी और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग जैसे नियामक संगठनों से विलय की मंजूरी प्राप्ति के लिए न्यायाधिकरण से भी संपर्क किया था

Zee Sony Merger के बाद शेयर 16% से ज्यादा चढ़ा

इस सौदे को मंजूरी मिलने की खबर आने के बाद जी के शेयर 16% से भी ज्यादा बढ़कर, 39.20 रुपए तक पहुँचकर 281.45 रुपए पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में यह शेयर लगभग 40% बढ़ गया है। साथ ही, पिछले 6 महीनों में शेयर ने 28.90% और पिछले 1 साल में 13.47% की रिटर्न दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि 2023 में स्टॉक में करीब 15.78% की तेजी देखि गयी है।

2021 में मिली थी विलय की मंजूरी

2021 के दिसंबर महीने में, ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर्स ने एक साथ काम करने का निर्णय लिया था। इन दो मीडिया समूहों ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), बीएसई, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) जैसे नियामक संगठनों की मंजूरी प्राप्त करने के लिए न्यायाधिकरण से मिलकर बात की थी।

कंपनी घाटे में है

प्रमुख मीडिया कंपनी जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 63.42 करोड़ रुपये का वार्षिक घाटा हुआ है। अतिरिक्त लागतों के कारण कल्चर मैक्स सहित विलयों को नुकसान हुआ है। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी को 106.60 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इस बीच चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आय 6.46 फीसदी बढ़कर 1998.28 करोड़ रुपये हो गई है.

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