Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले के दौरान एक सेकेंड के लिए भी बिजली न गुल हो, इसके लिए 2004 हाइब्रिड सोलर लाइटें लगाई जाएंगी। ये लाइटें मेला क्षेत्र को पावर कट से मुक्त रखेंगी। अगर किसी तकनीकी खराबी की वजह से किसी उपकेंद्र की आपूर्ति बाधित होती है, तो यह हाइब्रिड सोलर लाइटें तुरंत व्यवस्था संभाल लेंगी। महाकुंभ मेला 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैलेगा।
Mahakumbh 2025: बिजली परियोजना में 391 करोड़ रुपये का निवेश
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड इस परियोजना पर 391.04 करोड़ रुपये की लागत से काम कर रहा है। मेला क्षेत्र में 1543 किमी लंबी बिजली लाइन बिछाई जा रही है। साथ ही, शिविरों में रहने वाले 4.71 लाख लोगों को बिजली के कनेक्शन दिए जाएंगे। इसके अलावा, मेला क्षेत्र में 67,000 स्ट्रीट लाइटें भी लगाई जाएंगी ताकि पूरे क्षेत्र में रोशनी का पर्याप्त इंतजाम हो।
170 सब स्टेशन और 5 करोड़ यूनिट बिजली की जरूरत
Mahakumbh मेले के लिए 85 बिजली घर बनाए जाएंगे, जिनमें हर बिजली घर में उच्च क्षमता वाले दो ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही, 400 केवी के 170 सब स्टेशन बनाए जाएंगे। अखाड़ों को अलग से बिजली आपूर्ति के लिए विशेष ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। अनुमान है कि पूरे मेले के दौरान लगभग पांच करोड़ यूनिट बिजली की जरूरत होगी।
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अक्टूबर से शुरू होगा काम
बिजली विभाग के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था का काम एक अक्टूबर से शुरू किया जाएगा। महाकुंभ को पावर कट से मुक्त रखने के लिए हाइब्रिड सोलर लाइटें लगाई जाएंगी, जिससे मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार की बिजली बाधा न आए।
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