Uttarakhand Tourism: Uttarakhand पर्यटन विकास परिषद और कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) द्वारा आयोजित आदि कैलास और ऊं पर्वत यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। इस यात्रा को पायलट प्रोजेक्ट के तहत हेलीकॉप्टर द्वारा संचालित किया जा रहा है। हेली कंपनियों का चयन शुक्रवार को किया जाएगा।
Uttarakhand Tourism: यात्रा का खर्च और नियम
चार दिन की इस यात्रा पर प्रति यात्री 70-75 हजार रुपये का खर्च होगा। भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और भारतीय सेना श्रद्धालुओं को चीन सीमा पर स्थित आदि कैलास और ऊं पर्वत के दर्शन कराएगी। भारत सरकार ने इस यात्रा के लिए 60 श्रद्धालुओं को अनुमति दी है।
यात्रा की शुरुआत और पात्रता
यात्रा की शुरुआत 25 सितंबर से होने की उम्मीद है। 55 वर्ष से अधिक आयु के लोग इस यात्रा में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदि कैलास यात्रा के बाद पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्र में पर्यटन में वृद्धि देखी गई है। इस साल अब तक 20,000 से अधिक यात्रा परमिट जारी किए जा चुके हैं।
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हेलीकॉप्टर से यात्रा की योजना
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने इस यात्रा को हेलीकॉप्टर द्वारा संचालित करने की योजना बनाई है। सरकार से अनुमति मिलने के बाद यात्रा कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
बुकिंग और ठहरने की व्यवस्था
केएमवीएन के जीएम विजय नाथ शुक्ल ने बताया कि यात्रा के लिए निगम की वेबसाइट और देशभर में स्थित जनसंपर्क कार्यालयों में मैनुअल बुकिंग की जा रही है। यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था निगम द्वारा की जाएगी। श्रद्धालुओं को यात्रा से एक दिन पहले पिथौरागढ़ पहुंचना होगा। हर दल में 15 श्रद्धालु शामिल होंगे।
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