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अब iPhone पर कॉल आने पर नहीं होंगे परेशान, Truecaller का नया फीचर है कमाल, जानें पूरा प्रोसेस

Truecaller ने iOS 18 यूजर्स के लिए एक बड़ा अपडेट लाया है। अब, कॉल आने पर Truecaller की कॉलर आईडी फीचर और भी सटीक और तेज होगी। कंपनी के सीईओ एलन ममेडी के मुताबिक, नए API के कारण डेवलपर्स कॉल के दौरान ही कॉलर की जानकारी दे पाएंगे, और साथ ही यूजर्स की निजी जानकारी भी सुरक्षित रहेगी।

अब तक iPhone यूजर्स को Truecaller का पूरा फायदा नहीं मिल पा रहा था, खासकर कॉलर आईडी फीचर का। लेकिन iOS 18 के आने के साथ सब कुछ बदलने वाला है। Truecaller के सह-संस्थापक और सीईओ एलन ममेडी ने बताया कि अब iPhone पर Truecaller का अनुभव एंड्रॉइड जितना ही अच्छा होगा। यूजर्स को कॉलर की जानकारी पाने के लिए Siri से बात करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

“iOS 18 के फीचर रिलीज़ डाक्यूमेंटेशन के मुताबिक, अब लोग यह कह पाएंगे कि Truecaller ने iPhone पर अपनी पूरी क्षमता दिखानी शुरू कर दी है। पिछले कुछ समय से यह ठीक-ठाक काम कर रहा था, लेकिन अब यह बिल्कुल वैसा ही काम करेगा जैसा आप एक बेहतरीन कॉलर आईडी ऐप से उम्मीद करते हैं,” ममेडी ने X पर एक पोस्ट में बताया।

Truecaller के सीईओ ने iOS 18 के फीचर रिलीज़ डॉक्यूमेंट का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है। इस स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि अब iPhone यूजर्स को कॉल आने के साथ ही कॉलर की पहचान हो जाएगी। यह सब नए API की वजह से संभव हुआ है। ये API डेवलपर्स को यह अनुमति देते हैं कि वे अपने सर्वर से जानकारी लेकर कॉलर के बारे में तुरंत बता सकें, और साथ ही यूजर्स की निजी जानकारी भी सुरक्षित रहे।

Truecaller की गोपनीयता नीति को लेकर कई बार विवाद हो चुके हैं। साल 2022 में The Caravan की एक जांच रिपोर्ट ने इन विवादों को और हवा दी थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि Truecaller यूजर्स की जानकारी बिना उनकी जानकारी के एकत्र कर रहा है। लेकिन Truecaller ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि यह जांच गलत थी और कंपनी ने कोई भी नियम नहीं तोड़ा है

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अब TATA बनाएगा iPhone ‘इस फैक्ट्री’ से होगा भारत और Global Market में एक्सपोर्ट

Tata Wistron Takeover: अब TATA ग्रुप बनाएगा iPhone विस्ट्रॉन फैक्ट्री में होगा प्रोडक्शन।

Tata Wistron Takeover: TATA ग्रुप जल्द ही Apple iPhone का निर्माण शुरू करेगा. टाटा समूह iPhone को स्थानीय और वैश्विक बाजारों के लिए लॉन्च करेगा। केंद्रीय आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यह जानकारी दी है. पहले, दुनिया भर में बिकने वाले अधिकांश iPhone चीन में बनाए जाते थे। अब भारत में iPhone का प्रोडक्शन शुरू हो गया है. राजीव चन्द्रशेखर ने सोशल मीडिया “एक्स” पर ट्वीट कर यह जानकारी दी है।

Tata Group ने भारत में नए iPhone मॉडल का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि हाल ही में लॉन्च हुआ iPhone 15 भी भारत में निर्मित हुआ है। टाटा ने भारत में आईफोन बनाने के लिए ताइवानी कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्प का अधिग्रहण कर लिया है। विस्ट्रॉन कॉर्प एप्पल की आपूर्तिकर्ता कंपनी है। कंपनी ने एक प्रेस जारी कर टाटा समूह द्वारा अधिग्रहण की घोषणा की।

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कंपनी ने कहा कि उसने आज बोर्ड बैठक की और उसकी सहयोगी कंपनियों ने भी इसके लिए मंजूरी दे दी है. इसके तहत एसएमएस इन्फोकॉम प्राइवेट लिमिटेड और विस्ट्रॉन हांगकांग लिमिटेड को टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ गठजोड़ करने की मंजूरी दी गई है।

टाटा के लिए आईफोन का उत्पादन अहम

भारत में केवल फॉक्सकॉन और विस्ट्रॉन ही आईफोन बनाती हैं। यानी कि iPhone का निर्माण भारत में होता है, लेकिन स्थानीय कंपनी इसका निर्माण नहीं करती है. यह पहली बार है कि iPhone के निर्माण की जिम्मेदारी किसी भारतीय कंपनी के पास है। इस बीच, Apple अभी भी सभी मॉडलों को भारत में असेंबल नहीं करता है। कंपनी ने इस साल के iPhone 15 का निर्माण भारत में शुरू कर दिया है, लेकिन iPhone 15 Pro सीरीज का निर्माण अभी भी चीन में हो रहा है। वर्तमान में Apple के कुल उत्पादों का 7 प्रतिशत भारत में निर्मित होता है। चीन अभी भी एप्पल का सबसे बड़ा सप्लायर है।

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iPhone की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है? अपनाएं ये तरीके

फोन चाहे सस्ता हो या हाई-एंड, एंड्रॉयड हो या आईफोन, उसकी अच्छी परफॉर्मेंस के लिए सबसे जरूरी है अच्छी बैटरी लाइफ। फोन आज लोगों के लिए पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है, अगर मनोरंजन को हटा भी दें तो ऐसे कई लोग हैं जिनका काम-धंधा पूरी तरह से फोन पर निर्भर है और बैटरी की वजह से काम में कोई दिक्कत नहीं होती।

अधिकांश एंड्रॉइड फोन की तुलना में iPhone की बैटरी तेजी से खत्म होती है, यही कारण है कि भारत में अधिकांश iPhone उपयोगकर्ता या तो दो फोन या एक पावर बैंक रखते हैं। लेकिन कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे आप अपने iPhone की बैटरी लाइफ बढ़ा सकते हैं ताकि फोन बंद होने पर आपको कभी कोई परेशानी न हो।

लो पावर मोड का इस्तेमाल करें – फोन की बैटरी बचाने के लिए लो पावर मोड एक अच्छा विकल्प है। इसमें फोन कम बैटरी खपत करता है, बैकग्राउंड में बैटरी खाने वाले ऐप्स को ऐसा करने से रोकता है और आपके डिस्प्ले टाइम को भी सीमित करता है। इसके लिए आपको फोन के कंट्रोल सेंटर या सेटिंग्स में जाकर बैटरी आइकन पर टैप करना होगा और फिर लो पावर मोड विकल्प को चुनना होगा।

मोबाइल डेटा की जगह वाई-फ़ाई का इस्तेमाल करें – वैसे सलाह दी जाती है कि अगर इंटरनेट की जरूरत न हो तो वाईफाई और सेल्यूलर डेटा बंद कर दें। जब फोन इंटरनेट से कनेक्ट होता है तो सभी ऐप्स बैकग्राउंड में चल रहे होते हैं, जिसका असर फोन की बैटरी पर पड़ता है। हालांकि, अगर आपको इंटरनेट की जरूरत है तो मोबाइल डेटा की जगह वाई-फाई का इस्तेमाल करें। मोबाइल डेटा का उपयोग करने से वाई-फाई की तुलना में अधिक बैटरी की खपत होती है। इन दिनों जब सब कुछ डिजिटल हो रहा है, कम बैटरी होना एक बुरा सपना है।

यात्रा के दौरान अपने फोन को एयरप्लेन मोड में रखें – यह सच है कि नेटवर्क हर जगह एक जैसा नहीं होता, लेकिन आपका फ़ोन आपको सर्वोत्तम संभव नेटवर्क दिलाने की कोशिश करता रहता है। इस प्रक्रिया में फोन काफी ज्यादा बैटरी खर्च करता है। इसलिए, अगर आप ट्रेन या सबवे में यात्रा कर रहे हैं तो फोन को एयरप्लेन मोड में रखें, इससे फोन की बैटरी लंबे समय तक चलेगी।

बैटरी की Health चेक करते रहें – बैटरी की सेहत जांचने के लिए सेटिंग्स में जाएं, वहां से बैटरी पर जाएं और फिर बैटरी सेहत और चार्जिंग पर टैप करें। यहां आपको पता चलेगा कि आपके आईफोन की बैटरी की स्थिति क्या है, यह कितने समय तक चल सकती है और यहां आपको यह भी पता चलेगा कि बैटरी सर्विस की जरूरत है या नहीं।

ऑटो ब्राइटनेस का उपयोग करें – फोन की बैटरी काफी हद तक उसके डिस्प्ले पर भी निर्भर करती है। ब्राइटनेस ज्यादा होने पर फोन ज्यादा बैटरी खर्च करता है। इसके लिए सेटिंग्स में जाएं, फिर जनरल और फिर एक्सेसिबिलिटी पर टैप करें। इसके बाद डिस्प्ले एकोमोडेशन पर क्लिक करें और ऑटो ब्राइटनेस ऑन फीचर पर क्लिक करें। इस फीचर की मदद से आपके फोन की स्क्रीन की ब्राइटनेस बाहरी रोशनी के हिसाब से सेट हो जाएगी। यह सेटिंग बैटरी के साथ-साथ आपकी आंखों के लिए भी बेहतर है।

साथ ही, आप गैर-आवश्यक ऐप्स के लिए स्थान सेटिंग बंद कर सकते हैं। इसके लिए आपको सेटिंग्स > प्राइवेसी > लोकेशन सर्विसेज पर जाना होगा। यहां लोकेशन का उपयोग करने वाले ऐप्स की एक सूची खुल जाएगी, आप यहां ऐप्स के लिए लोकेशन सेटिंग को बंद कर सकते हैं। वहीं, आप ऐप्स को बैकग्राउंड में रिफ्रेश होने से रोक सकते हैं, इसके लिए आपको सेटिंग्स> जनरल> बैकग्राउंड ऐप रिफ्रेश पर जाकर इसे बंद करना होगा।

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