Railways News: उत्तर मध्य Railway (एनसीआर) के महाप्रबंधक रविंद्र गोयल ने हजारों लोगों के जीवन की सुरक्षा के साथ ट्रेन संरक्षा में बड़ी जिम्मेदारी निभाने वाले लोको पायलटों को घर की परेशानियों और तनाव से दूर रखने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में लोको पायलट और उनकी पत्नी के बीच सामंजस्य बनाए रखने के लिए काउंसलिंग की जाएगी, ताकि लोको पायलट पारिवारिक तनाव से मुक्त रह सकें।
Railways News: लोको पायलटों की पत्नियों की भी अब होगी काउंसलिंग
उत्तर मध्य रेलवे में प्राथमिकता के आधार पर लोको पायलट की पत्नियों की नियमित काउंसलिंग होगी। रेलवे के अन्य जोन में पहले से चल रही व्यवस्था को जलपाईगुड़ी रेल हादसे के बाद पूरे एनसीआर जोन में कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह इंस्पेक्टर रनिंग कर्मियों के घर मदद पहुंचाएंगे। महिला लोको पायलटों के पतियों की भी काउंसलिंग की व्यवस्था होगी। पति-पत्नी की कोशिश यह होगी कि ड्यूटी पर जाने से पहले लोको पायलट गुणवत्ता पूर्ण विश्राम अवश्य करें और पूरी खुशी व ऊर्जा के साथ ड्यूटी करें।
यह भी पढ़े: ASSAM FLOOD: असम में बाढ़ से बिगड़े हालात
एनसीआर के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि लोको पायलट जब ड्यूटी पर होंगे तो उनके घर में किसी भी प्रकार की समस्या के निवारण के लिए लाबी/टीएलसी व लाबी हेल्प लाइन व्हाट्सएप ग्रुप काम करेगा। समस्या के निस्तारण की प्रक्रिया तत्काल शुरू हो जाएगी।
वर्तमान में उत्तर मध्य रेलवे में 9354 लोको पायलट (एलपी) और असिस्टेंट लोको पायलट (एएलपी) काम कर रहे हैं। इनमें 4060 पुरुष और 11 महिला लोको पायलट यानी कुल 4071 लोको पायलट हैं। जबकि 5047 असिस्टेंट लोको पायलट और 236 महिला असिस्टेंट लोको पायलट यानी कुल 5283 असिस्टेंट लोको पायलट एनसीआर में कार्यरत हैं।
For Tech & Business Updates Click Here