Amartya sen news: अमर्त्य सेन की बेटी नंदना सेन ने साफ किया है कि अमर्त्य सेन की मौत की खबर झूठी है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि उनके पिता बिल्कुल ठीक हैं.
नोबेल पुरस्कार विजेता और प्रख्यात अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन की मौत को लेकर फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट से अमर्त्य की मौत की अफवाह फैलाई गई। एक्स पर क्लॉडिया गोल्डिन की एक पोस्ट में लिखा गया, -दुखद खबर। मेरे सबसे प्रिय प्रोफेसर अमर्त्य सेन (Amartya Sen) का कुछ मिनट पहले निधन हो गया। मेरे पास शब्द नहीं हैं। आपको बता दे प्रो.अमर्त्य सेन ने 1998 में अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीता।
दोस्तों, आपकी चिंता के लिए धन्यवाद लेकिन यह खबर फर्जी है: पिताजी बिल्कुल ठीक हैं। हमारा पूरा परिवार कैम्ब्रिज में है। पिताजी हार्वर्ड में सप्ताह में 2 पाठ्यक्रम पढ़ा रहे हैं। इसी तरह वह अपनी किताब पर भी काम कर रहे हैं. – हमेशा की तरह व्यस्त!
Friends, thanks for your concern but it’s fake news: Baba is totally fine. We just spent a wonderful week together w/ family in Cambridge—his hug as strong as always last night when we said bye! He is teaching 2 courses a week at Harvard, working on his gender book—busy as ever! pic.twitter.com/Fd84KVj1AT
— Nandana Sen (@nandanadevsen) October 10, 2023
सेन की बेटी नंदना देव सेन ने कहा कि उनके पिता की मौत की खबरें अफवाह हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पिता ठीक हैं.
अमर्त्य सेन का जन्म 3 नवंबर 1933 को बंगाल के शांति निकेतन में हुआ था। उन्हें 1998 में अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय थे।
Deleting tweet on Amartya Sen based on a post from an unverified account in the name of Claudia Goldin. Actor Nandana Dev Sen denies news of death of her father, Nobel prize winner Amartya Sen.
— Press Trust of India (@PTI_News) October 10, 2023
अमर्त्य की दादी के रवीन्द्रनाथ टैगोर से अच्छे रिश्ते थे। इसीलिए उन्होंने अमर्त्य सेन नाम दिया। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा सेंट जॉर्ज स्कूल, ढाका में प्राप्त की। उनके पिता आशुतोष सेन ढाका विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान के प्रोफेसर थे। बंगाली परिवार में जन्मे अमर्त्य का पूरा परिवार शिक्षित और प्रगतिशील था।