Sunday, September 8, 2024
spot_img

लेटेस्ट न्यूज

Cyber Crime: साइबर अपराधियों को नहीं मिल रही सजा

Cyber Crime: जिले में साइबर ठगी के पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर दिन Cyber Cell और थानों में 20 से अधिक शिकायतें दर्ज की जा रही हैं। लेकिन निस्तारण की दर बेहद कम है। कुछ छोटे मामलों में पीड़ितों को उनके पैसे वापस मिले हैं, लेकिन बड़े मामलों में पुलिस की कार्यवाही असफल रही है। सजा दिलाने के मामलों में भी स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि आंकड़े शून्य के बराबर हैं।

Cyber Crime: जिले में साइबर ठगी के पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर दिन Cyber Cell और थानों में 20 से अधिक शिकायतें दर्ज की जा रही हैं। लेकिन निस्तारण की दर बेहद कम है। कुछ छोटे मामलों में पीड़ितों को उनके पैसे वापस मिले हैं, लेकिन बड़े मामलों में पुलिस की कार्यवाही असफल रही है। सजा दिलाने के मामलों में भी स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि आंकड़े शून्य के बराबर हैं।

साल 2020 में खुले Cyber थाने ने अब तक किसी भी अपराधी को सजा नहीं दिलाई है। 2021 के कुछ मामले अभी भी ट्रायल पर हैं। ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं के बढ़ने के साथ ही साइबर ठगी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। साइबर अपराधी अलग-अलग तरीकों से लोगों को ठग कर उनकी मेहनत की कमाई हड़प रहे हैं।

Cyber Crime: Cyber अपराधियों को नहीं मिल रही सजा

पीड़ित साइबर सेल और थानों में शिकायतें दर्ज कराते हैं और कुछ महीनों तक चक्कर लगाने के बाद निराश होकर घर बैठ जाते हैं। छह महीने पहले तक रेंज स्तर पर काम कर रहे साइबर थाने में 2021 में करीब 700 शिकायतें दर्ज की गई थीं। लेकिन 2022 में, रेंज के जिलों से 1200 लोगों ने साइबर अपराध के मामले में थाने पर और ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से शिकायतें दर्ज कराईं।

इनमें से छह मामलों का निस्तारण कर पुलिस ने नौ आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। हालांकि, पुख्ता सबूत कोर्ट में प्रस्तुत नहीं कर पाने के कारण सभी आरोपी रिहा हो गए। इसके अलावा, ऑनलाइन ठगी की शिकायतों में 130 पीड़ितों को 79 लाख 71 हजार रुपये वापस दिलाए गए। 2023 में शिकायतों की संख्या बढ़कर 1500 तक पहुंच गई।

यह भी पढ़े: MICROSOFT SERVER DOWN: ऑस्ट्रेलिया से लेकर जर्मनी तक माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर ठप

रुपये निकालने वाले गिरोह पर नहीं हुई कार्रवाई

वर्ष 2021 में साइबर सेल और क्राइम ब्रांच की टीम ने अंगूठे का क्लोन बनाकर खाते से रुपये निकालने वाले गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। यह गिरोह भूलेख वेबसाइट की मदद से रजिस्ट्री कराने वालों के अंगूठे का क्लोन तैयार कर उनके खाते से रुपये निकालता था। इस गिरोह को पकड़कर पुलिस ने जेल भेज दिया, लेकिन उन्हें सजा नहीं दिला सकी।

अपराध एसपी सुधीर जायसवाल ने कहा कि साइबर अपराधियों को सजा दिलाने में पुलिस तत्परता से लगी हुई है। साक्ष्य जुटाकर सजा दिलाने का काम पुलिस कर रही है। जो आरोपी जमानत पर बाहर आए हैं, उन्हें भी सजा दिलाई जाएगी। साइबर अपराध में कमी लाने के लिए समय-समय पर लोगों को जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है।

For Tech & Business Updates Click Here

जरूर पढ़ें

Latest Posts

ये भी पढ़ें-