Heat Wave Prevention Tips: तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी से जनजीवन पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। लोगों के लिए घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। गर्मी के कारण न केवल दिन में, बल्कि रात में भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है। अनुमान है कि देश के कई राज्यों और शहरों में पारा 50 डिग्री तक पहुंच सकता है। भयंकर गर्मी और Heat Wave से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्यस्थलों को भी आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है, ताकि कर्मचारियों को परेशानी न हो।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने नियोक्ताओं से कार्यस्थल पर पेयजल की पर्याप्त सुविधाएं सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही, दिन की भीषण गर्मी के दौरान कर्मचारियों की बाहर ड्यूटी लगाने से बचने की सलाह दी है। आउटडोर ड्यूटी को मौसम ठंडा होने पर ही शेड्यूल करें और कर्मचारियों को विश्राम का समय भी दें।
Heat Wave Prevention Tips: स्वास्थ्य मंत्रालय के गर्मी को लेकर सुझाव
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नियोक्ताओं को सलाह दी है कि वे कर्मचारियों को गर्मी से होने वाली परेशानियों के लक्षण पहचानने के लिए प्रशिक्षित करें। मंत्रालय ने बताया कि सिरदर्द, चक्कर आना, डिहाइड्रेशन और सांस लेने में समस्या गर्मी से संबंधित बीमारियों के सामान्य लक्षण हैं।
यह भी पढ़े: FLEX-FUEL VEHICLES कैसे करते हैं काम? जानिए इनके नफा-नुकसान
हीटस्ट्रोक के लक्षण
शरीर में पानी की कमी, सिरदर्द, चक्कर आना और सांस लेने में परेशानी हीटस्ट्रोक के आम लक्षण हैं। इसके अलावा, लू लगने से डायरिया, टाइफाइड और स्किन इंफेक्शन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। गर्मी में होने वाले इन खतरों से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी हैं।
इन लोगों को होता है Heat Wave (लू) लगने का ज्यादा खतरा
कुछ लोगों को लू लगने का खतरा ज्यादा होता है। वे लोग जो बहुत ज्यादा शराब पीते हैं, पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं, या हार्ट और किडनी की बीमारियों से जूझ रहे हैं, वे भी आसानी से लू की चपेट में आ जाते हैं।
For Tech & Business Updates Click Here